Dhanbad Jail में कोरोना की नो एंट्री, नए बंदियों के लिए निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए धनबाद जेल प्रशासन काफी संवेदनशील हो गया है। जेल के अंदर फिलहाल एक भी संक्रमित बंदी नहीं हैं। नए बंदियों को तभी प्रवेश की इजाजत दी जा रही है जबकि उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव हो।
धनबाद, जेएनएन। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव को लेकर धनबाद जेल में पहले से अधिक सतर्कता बरती जा रही है। फिलहाल जेल अस्पताल में एक भी कोरोना के मरीज नहीं हैं। कारण है कि कोरोना संक्रमण को लेकर जेल के बंदियों की तीन लेयर में सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। पहले तो जेल भेजे जानेवाले आरोपितों का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। निगेटिव रिपोर्ट देखने के बाद ही जेल प्रशासन उस आरोपित को जेल में एंट्री करने दे रहा है। जिस भी आरोपित को पुलिस लेकर आती है, कोरोना जांच रिपोर्ट मुख्य गेट पर ही देखी जाती है। निगेटिव होने पर ही उसे जेल में एंट्री दी जा रही है। जेल में एंट्री के बाद भी उस बंदी को वार्ड तक पहुंचने में वक्त लग रहा है।
स्पेशल वार्ड में पहले क्वारंटाइन
दरअसल नए सभी बंदियों के लिए जेल प्रशासन ने एक स्पेशल वार्ड बनाया है जहां उसे क्वारंटन किया जाता है। इस बीच चिकित्सक एक सप्ताह तक उस निगरानी रखते हैं। संदिग्ध लगने पर जेल प्रशासन उसका दोबारा कोविड जांच करवाता है। इसके अलावा जेल के किसी भी वार्ड में अगर बंदी की तबीयत खराब हो रही है तो उसे तत्काल वहां से निकालकर स्पेशल वार्ड में डाल दिया जा रहा है। तकरीबन एक सप्ताह तक उस बंदी की हालत की जांच जेल डाक्टर करते हैं। इसके बाद ही दोबारा उन्हें वार्ड में शिफ्ट किया जाता है.
अभी तक जेल सुरक्षित
कोरोना की पहली लहर के दाैरान धनबाद जेल में काफी संख्या में कैदी संक्रमित मिले थे। अबकी अब तक एसा नहीं है। जेल अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि कोरोना से अभी तक जेल सुरक्षित है। जेल के अंदर सभी वार्ड को हर दिन सैनिटाइज किया जा रहा है। हरेक वार्ड के लोगों के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था है। जेल अस्पताल व वार्ड में चिकित्सकों की स्पेशल ड्यूटी लगाई जा रही हौ। किसी भी अभियुक्त को पुलिस लेकर जेल तक आती है तो सबसे पहले उसका कोरोना टेस्ट रिपोर्ट देखा जाता है। उसके बाद ही उसकी एंट्री जेल में कराई जा रही है।