प्रशिक्षण के लिए खिलाड़ियों की कमी, प्रशिक्षकों का हुआ बुरा हाल
कोरोना के कारण सबसे अधिक असर खेल से जुड़े खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों पर पड़ा है। क्रिकेट हो या फुटबाल कोई भी खेल इस प्रभाव से अछूट नहीं रहा है। पिछले 2 वर्षोंं में सबसेे अधिक प्रभावित क्रिकेट खेल हुआ हैं।
राकेश कुमार महतो, धनबादः कोरोना के कारण सबसे अधिक असर खेल से जुड़े खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों पर पड़ा है। क्रिकेट हो या फुटबाल कोई भी खेल इस प्रभाव से अछूट नहीं रहा है। पिछले 2 वर्षोंं में सबसेे अधिक प्रभावित क्रिकेट खेल हुआ हैं। किक्रेट खेल के प्रति लोगों की लोकप्रियता भी जिले में सबसे अधिक है। फिलहाल जिले में प्रतिदिन कोरोना मरीजों की संख्या पाई जा रही है। फिर भी धनबाद में घरेलू क्रिकेट के लिए प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। लेकिन प्रशिक्षण लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या 50फीसदी से भी कम आ रहे हैं। जिस कारण प्रशिक्षकों का जीवन यापन करना अत्यंत कठिनाई हो गया है। स्टार क्रिकेट एकेडमी के प्रशिक्षक तापस सरकार की देखरेख में 70 खिलाड़ी रणधीर प्रसाद वर्मा स्टेडियम में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। लेकिन इस वक्त कोरोना के कारण बेहद कम खिलाड़ी प्रशिक्षण के लिए आ रहे हैं। बताया गया कि अंडर 14, 16, 18 के लिए बेहतर से बेहतर खिलाड़ी है। लेकिन गत 2वर्षों में खिलाड़ियों की प्रैक्टिस में कोरोना ने बेहद खलल डाला है। जिस कारण खिलाड़ियों का आत्मविश्वास भी कमजोर हो गया है।
निर्धन खिलाड़ियों को दी जाती है निशुल्क प्रशिक्षण
एकेडमी के कोच पार्थो नाथ चटर्जी ने बताया कि एकेडमी की ओर से निर्धन खिलाड़ियों को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाताा है। धनसार के सुमित चौहान को गत 2 वर्षों से निशुल्क प्रशिक्षण के साथ ड्रेस, जूते, क्रिकेट किट भी निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही निर्धन परिवार वाले बेहतर खिलाड़ियों को भी निशुल्क प्रशिक्षण देने की व्यवस्था है।
एकेडमी की ओर से जारी की गई है गाइडलाइन
घरेलू क्रिकेट को लेकर स्टार क्रिकेट एकेडमी की ओर से कोरोना संक्रमण के बचाव को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है। जिसमें खिलाड़ियों को अपने अलावा किसी अन्य का पानी, लंच बाक्स, अपनी जरूरत की सामान आदि को छूना सख्त पाबंद है।
वर्जन
कोरोना के कहर के कारण अधिकतर खिलाड़ी प्रशिक्षण के लिए नहीं आ रहे हैं। जिले में प्रतिदिन मरीजों की संख्या में वृद्धि के कारण खिलाड़ियों के अभिभावक भी डरे हुए हैं।
-तापस सरकार, सीनियर कोच
कोरोना के कारण प्रशिक्षण शुल्क में भी कमी की गई है। फिर भी खिलाड़ी इन दिनों बेहद कम आ रहे हैं। अगर कोरोना की तीसरी लहर में खेल को बंद करना पड़ा तो कर्ज का सहारा लेना पड़ेगा।
-पार्थो नाथ चटर्जी, कोच