Covid-19: इधर बेटा घर में क्वारंटाइन, उधर पिता कोविड केयर सेंटर से गायब, 2 महा बाद प्रशासन की टूटी नींद
Corona Infected Missing from PMCH धनबाद जिला प्रशासन और पीएमसीएच अस्पताल प्रबंधन के पास गायब मरीज के बारे में कोई जवाब नहीं है। बेटा अपने पिता को दो महीने से तलाश कर रहा है।
धनबाद, जेएनएन। Corona Infected Missing from PMCH जबसे कोरोना आया है हर रोज नई-नई हैरान करने वाली कहानियां सामने आती रहती हैं। धनबाद में भी एक हैरान करने वाली कहानी आसने आई है। कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद जिला प्रशासन ने एक बीसीसीएल कर्मचारी को पीएमसीएच के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कर दिया। दूसरी तरफ कर्मचारी के बेटे समेत पूरे परिवार को घर में क्वारंटाइन किया गया। क्वारंटाइन अवधि समाप्त होने के बाद बेटा अपने बाप को लेने के लिए कोविड केयर सेंटर पहुंता तो वे नहीं मिले। धनबाद जिला प्रशासन और पीएमसीएच अस्पताल प्रबंधन के पास भी कोई जवाब नहीं था कि बीसीसीएल कर्मचारी आखिर कहां गए? दो महीने से अमृत बाउरी अपने पिता की तलाश में भटक रहा है। अब जाकर जिला प्रशासन की नींज टूटी है।
एसडीएम ने दिया तलाश करने का आदेश
पीएमसीएच कैथ लैब से लापता बीसीसीएल कर्मी 50 वर्षीय श्यामापद बाउरी की खोजबीन करने के लिए दो माह बाद जिला प्रशासन की नींद खुली है। वह भी झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के हस्तक्षेप के बाद। इसके बाद एसडीओ सुरेंद्र कुमार सिंह ने मामले की जांच का आदेश दिया है। उन्होंने पीएमसीएच कैथ लैब के मेडिकल नोडल पदाधिकारी डॉ यूके ओझा को पत्र लिखकर बीसीसीएल कर्मी बाउरी के संबंध में अपने पास उपलब्ध कागजातों के आधार पर जानकारी दी जाए। उन्होंने कोविड-19 के दौरान इस तरह के मामले को अत्यंत गंभीर बताया है। लापता कर्मचारी के इकलौते पुत्र अमृत बाउरी व उनकी बेटी रिश्तेदारों के साथ दो माह से पिता की तलाश में दर दर भटक रहे हैं। उन्होंने डीसी उमा शंकर सिंह को भी पत्र लिखकर पिता की खोज करने की गुहार लगाई थी, लेकिन परिजनों का पत्र सरकारी फाइलों में दब कर रह गया। शिकायत में यह भी कहा गया था कि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार उन्हें इस कार्यालय से उस कार्यालय का चक्कर लगवा रहे हैं। अंतत: परिजनों ने झरिया विधायक से गुहार लगाई।
15 जुलाई को पीएमसीएच में कराया गया था भर्ती
पुत्र अमृत बाउरी के अनुसार वे देवग्राम गांव जिला बोकारो के रहने वाले हैं। उनके पिता श्यामापद बाउरी बीसीसीएल के शिमला बहाल भालगढ़ा कोलियरी में कार्यरत हैं। इसलिए वे भुतगढ़िया कॉलोनी में ही रहते हैं। पिता की तबियत बिगड़ने पर 24 जून को प्रगति नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर डॉक्टरों ने सभी मरीजों को छुट्टी दे दी। उसके बाद वे भुतगढ़िया कॉलोनी में आ गए। कुछ दिन बाद पिता की तबियत बिगड़ गई। 15 जुलाई को एंबुलेंस से पीएमसीएच के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया। वहां भी वे पॉजिटिव पाए गए थे। तब से उनका पीएमसीएच कोविड सेंटर में इलाज चल रहा था। हमारे परिवार को क्वारंटाइन कर दिया गया। क्वारंटाइन से बाहर आने पर पिता से मिलने गए तो वे अस्पताल में नहीं मिले।