West Bengal Chunav 2021: अकलियत को रिझाने के लिए कांग्रेस ने आलमगीर को किया आगे, ओवैसी से मिलेगी चुनाैती
ओवैसी ने पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल जिलों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। इन जिलों में मुर्शिदाबाद और मालदा शामिल हैं। कांग्रेस ने भी झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आमलगीर आलम को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मैदान में उतार दिया है तो दिलचस्प राजनीति देखने को मिलेगी।
पाकुड़, जेएनएन। पश्चिम बंगाल समेत जिन राज्यों में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं वहां in के लिए कांग्रेस ने पर्यवेक्षकों के नामों की घोषणा की है। इनमें झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का भी नाम है। आलम को पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया गया है। वरिष्ठ पर्यवेक्षकों की सूची में पश्चिम बंगाल के लिए आलमगीर के साथ ही बीके हरि प्रसाद और पंजाब सरकार के मंत्री विजय इंदर सिंघला का भी नाम है। आलम को एक खास रणनीति के लिए पश्चिम बंगाल के मोर्च पर लगाया गया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने उलझा दिया है पश्चिम बंगाल का समीकरण
पश्चिम बंगाल में मई-जून 2021 में विधानसभा का चुनाव होना है। यहां कांग्रेस को खोने के लिए कुछ नहीं है। क्योंकि मुख्य मुकाबला सत्ताधारी टीएमसी और केंद्र में सत्तासीन भाजपा के बीच है। कांग्रेस ने वामपंथी पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। आलमगीर आलम को कांग्रेस ने बहुत सोच-समझ कर मोर्चे पर लगाया है। आलमगीर आलम झारखंड विधानसभा में पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। पाकुड़ जिला और पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले की सीमा से लगा हुआ है। यहां से मालदा भी नजदीक है। इन क्षेत्रों में आलमगीर आलम की व्यक्ति जान-पहचान है। मुर्शिदाबाद और मालदा इलाके में अल्पसंख्यक मुस्लिम मतदाता काफी प्रभावी हैं। कई सीटों पर 50 फीसद से ज्यादा जनसंख्या है। ये करीब तीन दर्जन सीटों को प्रभावित करते हैं। इस इलाके में अकलियत को रिझाने के लिए कांग्रेस ने आलमगीर को आगे किया है।
ओवैसी की नजर भी मुर्शिदाबाद-मालदा पर
बिहार विधानसभा चुनाव में 6 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद एआइएमआइएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की नजर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर है। उन्होंने पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल जिलों और विधानसभा सीटों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। इन जिलों में मुर्शिदाबाद और मालदा शामिल हैं। अब कांग्रेस ने भी झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आमलगीर आलम को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मैदान में उतार दिया है तो दिलचस्प राजनीति देखने को मिलेगी। मुर्शिदाबाद और मालदा इलाके में आलमगीर और ओवैसी एक-दूसरे पर वार करते नजर आएंगे।
पाकुड़ और साहिबगंज के कांग्रेसी गदगद
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बंगाल चुनाव को लेकर सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को अहम जिम्मेदारी सौंपी है। इससे पाकुड़ और साहिबगंज जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी है। कार्यकर्ताओं ने उत्साह जाहिर करते हुए आलमगीर और सोनिया गांधी को बधाई दी है। केंद्र आलाकमान ने बंगाल इलेक्शन कैंपेन मैनेजमेंट के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई है। इसमें आलमगीर आलम को अहम जिम्मेदारी दी है। जिलाध्यक्ष उदय लखमानी, प्रखंड अध्यक्ष अफजल हुसैन सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाई दी है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम पर भरोसा जताया है। आलमगीर के नेतृत्व में कांग्रेस बंगाल फतह करेगी। राजनीति के क्षेत्र में आलमगीर काफी अनुभवी हैं। इसका फायदा बंगाल के कांग्रेस जनों को मिलेगा।