रेल मंत्री जी ! यहां RPF में ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए वसूली हो रही है
पत्र रेलमंत्री पियुष गोयल और पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य मुख्य सुरक्षा आयुक्त को भी भेजा गया। पत्र भेजने वाले ने ही उसे वाट्सअप से वॉयरल कर दिया।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद रेल मंडल आरपीएफ में इन दिनों एक-दूसरे का पोल खोलने का अभियान सुर्खियों में है। कुछ दिन पहले कोडरमा के गुरपा में आरपीएफ जवान ने अपने साथी व अन्य व्यक्ति पर कोयला तस्करी कराने की शिकायत की थी। इसका कॉल ऑडियो वॉयरल हुआ था। इधर, अब एक नया सनसनीखेज मामला सोशल मीडिया पर वॉयरल होकर आरपीएफ की छवि धुमिल कर रहा है।
दरअसल, धनबाद रेलवे स्टेशन आरएमएस से गत 19 फरवरी को आरक्षी पुरुषोत्तम कुमार और रविशंकर यादव ने डीजीपी को एक पत्र भेजा। यह पत्र आरएमएस के काउंटर नंबर दो से रात 8.05 बजे पोस्ट किया गया। पत्र रेलमंत्री पियुष गोयल और पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य मुख्य सुरक्षा आयुक्त को भी भेजा गया। पत्र भेजने वाले ने ही उसे वाट्सअप से वॉयरल कर दिया। वह पत्र डीजी और धनबाद के सीनियर कमांडेंट को भी प्राप्त हुआ। बावजूद उसके आज तक उस पत्र की जांच नहीं हुई। उसे दबा दिया गया।
सीसीटीवी से शिकायतकर्ता का आसानी से पता लगाया जा सकता था। बहरहाल, मामले को भले ही दबा दिया जाये, लेकिन इन दिनों जिस तरह आरपीएफ महकमे में चल रहा है। वह विभाग की छवि को धूमिल कर रहा है। क्या विभाग में ऐसी अनुशासनहीनता करने वालोंं पर कोई कार्रवाई नहीं होती। पुराने मामले में जिस तरह ऑडियो वायरल हुआ और शिकायतकर्ता और आरोपित जवान को सस्पेंड कर दिया गया। अगर ऐसी जांच होती है तो बहुत कुछ साफ होगा।
क्या है पत्र में
कहा गया है मार्च में होने वाले ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैसा वसूली हो रही है। मंडल में जितने भी तरह के अवैध धंधे चल रहे है, सबसे वसूली की जा रही है।
इस तरह की शिकायतों को आधार नहीं माना जा सकता। अगर कोई शिकायत करता है तो उसके लिए सेल हैं। शिकायतकर्ता फर्जी है। जो भी यह कर रहा है, पकड़ा जाएगा तो कार्रवाई की जाएगी।
-हेमंत कुमार, सीनियर कमांडेंट, आरपीएफ।