India Budget 2021: केंद्रीय बजट में कोयला उद्योग के लिए नहीं कुछ खास, आइसीए निराश
बजट से कोयला क्षेत्र के लोगों को नाउम्मीदी ही हाथ लगी है। इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह के मुताबिक इस बजट में ऐसा कुछ नहीं है जिससे कोयला उद्योग अथवा कोयला से जुड़े उद्योगों को कोई राहत मिले।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना के चुनौतीपूर्ण काल में केंद्र सरकार का साल 2021-22 के लिए आम बजट सोमवार को संसद में पेश किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में तीसरी बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश किया। बजट में कोयला उद्योग के लिए क्या-क्या है, यह तो बाद में पता चलेगा लेकिन धनबाद के व्यवसायी निराश हैं। उन्हें बजट में कोयला उद्योग के लिए कुछ खास नहीं दिख रहा है।
बजट से कोयला क्षेत्र के लोगों को नाउम्मीदी ही हाथ लगी है। इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह के मुताबिक इस बजट में ऐसा कुछ नहीं है जिससे कोयला उद्योग अथवा कोयला से जुड़े उद्योगों को कोई राहत मिले। व्यापार, उद्योग एवं मध्यम क्षेत्र के लोगों के लिए इस बजट में कुछ नहीं है। ना किसी तरह की राहत दी गई है, ना ही कोई नई योजनाएं हैं।
धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के जिला अध्यक्ष राजेश गुप्ता के मुताबिक उम्मीद थी कि इनकम टैक्स, जीएसटी जमा करने से कुछ राहत मिलेगी। लेकिन वह भी नहीं मिली। 3 महीने लगभग उद्योग पूरी तरह बंद रहे, दुकान भी बंद रही लेकिन कारोबारियों को ब्याज लगता रहा। इससे भी कोई छूट बजट में नहीं दी गई। धनबाद के लिए बस एक फ्रेट कॉरिडोर को लेकर ही संतोष किया जा सकता है। और कोई सुविधा भी यहां के लोगों को नहीं दी गई। इनकम टैक्स जमा करने से कुछ छूट मिली हुई है तो वह बुजुर्गों को मिली है। कुछ विशेष फायदा नहीं दिख रहा। हालांकि उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में आधारभूत ढांचे में व्यापक निवेश की सरकार की घोषणा का स्वागत किया है और इसे जरूरी बताया है।