बीसीसीएल व ईसीएल के लिए कोल इंडिया बनाएगी राजमहल क्षेत्र में रीजनल कार्यालय Dhanbad News
कंपनी का बड़ा हब अब संताल का क्षेत्र होने जा रहा है। झारखंड व बिहार से सटे राजमहल पीरपैती सहित अन्य इलाकों में काफी बड़ा कोयला का भंडार है। यहां पहले से ईसीएल की खदान है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: कंपनी का बड़ा हब अब संताल का क्षेत्र होने जा रहा है। झारखंड व बिहार से सटे राजमहल, पीरपैती सहित अन्य इलाकों में काफी बड़ा कोयला का भंडार है। यहां पहले से ईसीएल की खदान है, जहां से कोयला उत्पादन हो रहा है। बीसीसीएल को यहां चार कोल ब्लॉक का आवंटन किया गया है। ईसीएल को मौजूदा खनन क्षेत्र के अलावा तीन और कोल ब्लॉक दिया गया है। कुल सात नए कोल ब्लॉक पर बीसीसीएल व ईसीएल अगले चार साल में खनन का काम शुरु करने जा रही है। दोनों ही कंपनी को सौ मिलियन टन कोयला उत्पादन करने वाली कंपनी की श्रेणी में लाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
कोल इंडिया ने यहां एक बड़ा रीजनल कार्यालय खोलने की तैयारी में है। वैसे बीसीसीएल का महाप्रबंधक कार्यालय जल्द खुलेगा। इस आशय का निर्णय बीसीएल और कोल इंडिया प्रबंधन ने लिया है। कार्यालय का शिलान्यास आगामी अगस्त या सितंबर माह में होगा। मालूम हो कि 2021-22 में कोयला उत्खनन शुरू हो जाए। इस दिशा में काम किया जा रहा है। गोड्डा के मेहरमा सहित पूरे राजमहल व तीन जिले को मिला कर बिहार सहित व्यापक क्षेत्र में बीसीसीएल को एक बड़ा कोल ब्लॉक आवंटित किया गया है। सीएमपीडीआइएल के माइनिंग प्लान तैयार करने की जिम्मेवारी मिली है। कई जगह बोर हॉल के जरिए यह काम शुरू भी हो गया है। इस बीच कोयला उत्खन्न से लेकर मिट्टी टेस्ट का काम भी पूरा हो गया है। गोड्डा के सांसद लगातार इस क्षेत्र के विकास के लिए कोल मंत्रालय व कोल इंडिया चेयरमैन के संपर्क में है। कई दौर की बातें भी हुई हैं, जिसमें कार्यालय खोलने के लेकर उन्हें सकारात्मक आश्वासन दिया गया।
नए कोल ब्लॉक पर काम शुरू होने से मिलेगा रोजगार: नए कोल ब्लॉक पर खनन होने के प्रत्यक्ष व प्रत्यक्ष रूप से करीब 1.10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके लिए भी प्लान तैयार है। कई ब्लॉक पर आउटसोर्सिंग के जरिए खनन होगी।