Coal India की सात कंपनियों में पांच उत्पादन लक्ष्य से पीछे, 49 साल में पहली बार मुनाफे में बीसीसीएल Dhanbad News
बीसीसीएल सीसीएल ईसीएल एमसीएल एसीईसीएल उत्पादन लक्ष्य से पीछे रह गई है। कुल आठ कंपनियों से कोयला उत्पादन किया जाता है।
धनबाद, जेएनएन। कोल इंडिया लिमिटेड के 660 मिलियन टन के लक्ष्य को पूरा करने में विफल साबित हुई है। वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए कोल मंत्रलय के साथ कोल इंडिया का उत्पादन व डिस्पैच का करार से करीब 58 मिलियन और डिस्पैच में 80 मिलियन टन पीछे रह गई।
बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल, एमसीएल, एसीईसीएल उत्पादन लक्ष्य से पीछे रह गई है। कुल आठ कंपनियों से कोयला उत्पादन किया जाता है। इसमें डब्ल्यूसीएल व एनसीएल ने उत्पादन लक्ष्य से अधिक कोयला उत्पादन करने में सफलता हासिल की है। एक अप्रैल प्रात: 8 बजे तक की स्थिति में सीआईएल के उत्पादन का आंकड़ा 602.14 जो 91 फीसद अचीवमेंट था। डिस्पैच 581.73 मिलियन टन। 88 फीसद अचीवमेंट है। कोयला मंत्रलय को पूरी रिपोर्ट भेज दी गई है।
कोयला उत्पादन व डिस्पैच में कमी आई है, इसे नए वित्तीय वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। कई प्रोजेक्ट प्लान पर काम हो रहा है।
-विनय दयाल, तकनीकी निदेशक, कोल इंडिया
- बीसीसीएल की उत्पादन स्थिति
- क्षेत्र लक्ष्य प्राप्ति
- बरोरा 4.10 3.718
- ब्लॉक टू 2.68 1.654
- गोविंदपुर 1.93 1.860
- ईस्टर्न झरिया 1.30 0.500
- चांच विक्टोरिया 3.70 0.929
- कतरास 4.23 4.451
- सिजुआ 3.15 2.870
- कुसुंडा 4.90 4.219
- पीबी 0.27 0.181
- बस्ताकोला 5.14 4.280
- लोदना 4.11 2.535
- डब्ल्यूजे 0.50 0.531
- कुल-36 27 779 (मिलियन टन में)
बीसीसीएल लक्ष्य से पीछे लेकिन हासिल किया मुनाफा
बीसीसीएल को वित्तीय वर्ष में 36 मि. टन उत्पादन व डिस्पैच लक्ष्य मिला था। कंपनी ने 27.779 उत्पादन व डिस्पैच 28.682 मि. टन करने में सफलता हासिल की। वहीं दिसंबर तक कंपनी ने 629 करोड़ का मुनाफा किया है।
शेयरधारकों की बैठक के बाद बीसीसीएल को मिला जीवनदान
कोयला उद्योग के राष्ट्रीयकरण 1971 के समय से ही बीसीसीएल घाटे में चल रही थी। तीन बार लंबे समय तक बीआइएफआर में भी रही। चालू वित्तीय वर्ष के अंत में कोल इंडिया चेयरमैन का धनबाद बीसीसीएल दौरा वरदान साबित हुआ। बीसीसीएल के शेयरधारकों की एक आम बैठक (ईजीएम) में सीआईएल के 2539 करोड़ रुपये के इदविटी शेयरों में प्रिवर्तन करने का एक महत्वपूर्ण लिया। जो कंपनी के लिए जीवन दान साबित हुआ। यह राशि कोल इंडिया ने बीसीसीएल को दिया था। शेयर के मद में ब्याज के रूप में 888.65 करोड़ के लाभांश को 2020-21 और 2021-22 में 444.32 करोड़ रुपये सीआईएल को भुगतान करने पड़ेगा।