Coal India: नेट जीरो एनर्जी कंपनी बनने को सीआइएल ने बढ़ाया कदम, 2024 तक 3 हजार मेगावाट उत्पादन लक्ष्य
Coal India कोल इंडिया का पास काफी जमीन है। इन पर सोलर प्लांट स्थापित हो सकते हैं। सीएमपीडीआइएल भवन में इसका प्रयोग सफल रहा है। कोयला मंत्रालय भी इस योजना पर गंभीर है।
धनबाद, जेएनएन। Coal India कोल इंडिया लिमिटेड ने नेट जीरो एनर्जी की दिशा में कदमताल तेज कर दी है। वित्तीय वर्ष 2023-24 तक इसे नेट जीरो एनर्जी कंपनी बना लिया जाएगा। कोल इंडिया ने सभी कोयला कंपनियों को गाइडलाइन जारी की है। नेट जीरो एनर्जी के तहत सौर ऊर्जा का प्रयोग कर बिजली बनाकर उसका उपयोग करना है। ताकि पर्यावरण की सुरक्षा हो और ऊर्जा के लिए कार्बन का उत्सर्जन ने हो। योजना बन चुकी है। कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
3 तीन मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य
कोल इंडिया का पास काफी जमीन है। इन पर सोलर प्लांट स्थापित हो सकते हैं। सीएमपीडीआइएल भवन में इसका प्रयोग सफल रहा है। कोयला मंत्रालय भी इस योजना पर गंभीर है। जो प्लान बना है उसमें कोल इंडिया मुख्यालय द्वारा अपनी वार्षिक ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा के माध्यम से 3,000 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। चालू वित्तीय वर्ष में 12 मेगावाट उत्पादन का लक्ष्य है। वर्ष 2021-22 में 285, वर्ष 2022-23 में 1500 तथा 2023-24 तक 3000 मेगावाट बिजली का सौर ऊर्जा से उत्पादन होगा। कोल इंडिया सूत्रों का कहना है कि इसके लिए 15 हजार करोड़ का बजट बना है। इसमें एनएलसी के साथ संयुक्त साझीदारी है। कार्यालय की छतों पर सोलर पैनल लगाने का काम निविदा से पूरा हो रहा है।
सीएमपीडीआइएल व कोल इंडिया मुख्यालय में हो रहा सोलर एनर्जी का सदुपयोग
कोल इंडिया मुख्यालय कोलकाता, सीएमपीडीआइएल, धनबाद, आसनसोल व रांची मुख्यालय को मिलाकर करीब 125 किलोवाट से अधिक पावर जेनरेट करने के प्लांट लगे हैं। एमसीएल में भी सौर ऊर्जा से बिजली बनाई जा रही है। हालांकि धनबाद में कोयला भवन की छत पर भी सोलर एनर्जी प्लांट लगाने की योजना पांच साल पुरानी है। उस पर काम शुरू नहीं हो पाया है ।
.@CoalIndiaHQ to become a 'Net Zero Energy Company' by 2023-24. Poised to meet its annual energy requirement of 3,000 MW through solar power generation, the coal behemoth is moving forward towards achieving sustainability with growth. pic.twitter.com/HWwO8GJjcw— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) August 20, 2020
कोयला मंत्री का ट्वीट
2023-24 तक कोल इंडिया मुख्यालय नेट जीरो कंपनी बनेगा। जरूरत के अनुरूप 3000 मेगावाट ऊर्जा का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।