Move to Jagran APP

हार्ड कोक उद्योग बचाने के लिए नए सिरे से करना होगा ईधन आपूर्ति समझौता Dhanbad News

36 लाख टन कोकिंग कोल की हार्ड कोक उद्योग को जरूरत है। बावजूद इसका एक तिहाई कोयला भी भारत कोकिंग कोल लिमिटेड प्रबंधन हार्ड कोक उद्योग को उपलब्ध नहीं करा पा रहा है।

By Edited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 04:25 AM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 11:55 AM (IST)
हार्ड कोक उद्योग बचाने के लिए नए सिरे से करना होगा ईधन आपूर्ति समझौता Dhanbad News
हार्ड कोक उद्योग बचाने के लिए नए सिरे से करना होगा ईधन आपूर्ति समझौता Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। सीएम ने हार्ड कोक उद्योग को बचाने के लिए लिंकेज का कोयला देने की घोषणा जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के तहत धनबाद में की है। दूसरी ओर इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने कहा है कि कोयले की कमी और मंदी की मार से हार्ड कोक भट्ठे बंद हो रहे हैं। इस उद्योग को बचाने का एक ही रास्ता है कि ईधन आपूर्ति समझौता नए सिरे से किया जाए। इस उद्योग को 5 साल के लिए पर्याप्त कोकिंग कोल दिया जाए।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि लिंकेज ऑक्शन व्यवस्था से पर्याप्त कोयला नहीं मिलने से हालात खराब हुए हैं। उन्होने हार्ड कोक उद्योग में सुधार के लिए कोयला मंत्रालय, सूबे के मुख्य मंत्री को पत्र लिखा है। कहा है कि विश्व का हर देश उद्योगों को संरक्षण देता है। हमारे देश में सौतेला व्यवहार हो रहा है। सूबे के सीएम इन हालात को समझें। भारत कोकिंग कोल लिमिटेड एवं कोल मंत्रालय को वस्तुस्थिति से अवगत करा इस उद्योग को बचाने की पहल करें। कहा कि साल में 36 लाख टन कोकिंग कोल की हार्ड कोक उद्योग को जरूरत है। बावजूद इसका एक तिहाई कोयला भी भारत कोकिंग कोल लिमिटेड प्रबंधन हार्ड कोक उद्योग को उपलब्ध नहीं करा पा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.