अरलगिड़या खदान जलमग्न होने से पुटकी बलिहारी पर बढ़ा खतरा, लगातार बढ़ रहा जलस्तर Dhanbad
भूमिगत कोयला खदान से पानी निकालने के लिए कंपनी की ओर से छह समरसेबुल पंप लगाने की योजना पर काम चल रहा है। पूर्व में लगाए गए सभी पंप पानी में पूरी तरह से डूब चुके हैं।
पुटकी, जेएनएन। बीसीसीएल के भागाबांध कोलियरी अंतर्गत अरलगड़िया छह नंबर पिट कोयला खदान में पानी भरने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। कंपनी प्रबंधन के लाख कोशिशों के बावजूद भी खदान को पानी भरने से बचाने का उपाय सफल नहीं हो रहा है। रविवार को जब पानी के स्तर की जांच की गई तो यह डेढ़ मीटर तक पाया गया, जबकि शनिवार को यह एक मीटर के आसपास था। इससे साफ है कि खदान के अंदर लगातार जलस्तर बढ़ रहा है।
छह पंप लगाने की तैयारी : भूमिगत कोयला खदान से पानी निकालने के लिए कंपनी की ओर से छह समरसेबुल पंप लगाने की योजना पर काम चल रहा है। पूर्व में लगाए गए सभी पंप पानी में पूरी तरह से डूब चुके हैं। पानी निकासी के बाद ही खदान के अंदर अन्य कोई गतिविधि संचालित की जा सकती है।
पुटकी बलिहारी परियोजना पर मंडराने लगा खतरा : अरलगड़िया छह नंबर पीट से कोयला उत्पादन नहीं होता। यहां से भूमिगत पानी को बाहर निकालने का काम होता है। पानी की निकासी यहां से निरंतर होती है, ताकि पास के पुटकी बलिहारी परियोजना में सुरक्षित कोयला उत्पादन किया जा सके। अब स्थिति यह हो गई है कि अरलगड़िया खदान में पानी के बढ़ते जल स्तर से पटकी परियोजना की खदानों पर खतरा मंडराने लगा है। भागाबाध कोलियरी प्रबंधक एसआर माडवी ने बताया कि खदान में नया पंप स्थापित करने का काम जोरों से शुरू किया गया है। जल्द ही जलनिकासी शुरू हो जाएगी और स्थिति को नियंत्रण में ले आया जाएगा।