CMPFO: बगैर अनुमति 400 लिपिकों को मिला था इंक्रीमेंट, कोयला मंत्रालय के आदेश पर अब रिकवरी
लिपिकों को यह लाभ मई 2017 से जून 2020 तक दिया गया। कर्मचारियों के वेतन से 24 किस्तों में करीब छह करोड़ रुपये वसूले जाएंगे। मामला पकड़ में आने के बाद हर साल दो करोड़ की बचत सीएमपीएफ को होगी।
धनबाद [ आशीष अंबष्ठ ]।कोयला खान भविष्य निधि संगठन में कोयला मंत्रालय के आदेश बिना 400 लिपिक को केंद्रीय सातवां पे के तहत प्रमोशन इंक्रीमेंट दे दिया गया। विजिलेंस ने जब अपने स्तर से जांच की तो इसका पता चला। सीएमपीएफ प्रबंधन ने फिर से फाइल मंत्रालय को अनुमति के लिए भेजी तो मंत्रालय ने कर्मचारियों से राशि वापस लेने का आदेश दिया। अगस्त 2020 के वेतन से राशि कटौती शुरु हो गई।
मई, 2017 से जून, 2020 तक कर्मचारियों को मिला लाभ
लिपिकों को यह लाभ मई 2017 से जून 2020 तक दिया गया। कर्मचारियों के वेतन से 24 किस्तों में करीब छह करोड़ रुपये वसूले जाएंगे। मामला पकड़ में आने के बाद हर साल दो करोड़ की बचत सीएमपीएफ को होगी। सीएमपीएफ के चार सौ कर्मचारी देश के 23 क्षेत्रीय कार्यालय में पदस्थापित है। मुख्यालय धनबाद में है। प्रमोशन के साथ साथ इंक्रीमेंट का लाभ मिलने से कर्मचारियों आर्थिक लाभ मिले। उन्हें बकाया एरियर का भुगतान भी किया गया। जब ऑडिट शुरू हुई तो यह राशि करीब छह करोड़ तक पहुंच गई। ऑडिट रिपोर्ट में भी आदेश नहीं होने की बात सामाने आई।
क्या था मामला
केंद्रीय वेतन मान छह के तहत 2016 अप्रैल के पहले ही इसका लाभ लेना था, लेकिन सीएमपीएफ में जो सरकार ने कट ऑफ डेट के दर किनार करते हुए वेतन समझौता सात के तहत पे रिवाइज कर प्रमोशन देते हुए इंक्रीमेंट दे दिया । अगर यह लाभ दिया भी गया तो कोयला मंत्रालय से अनुमति लेना जरूरी था, जो प्रबंधन ने नहीं लिया।
गलत ढंग से सीएमपीएफ कर्मचारियों को इंक्रीमेंट का लाभ मिल गया था। मामला पकड़ में आने के बाद उन सभी से राशि वसूली की जा रही है। 24 किस्तों में यह राशि वसूली जाएगी।
-अनिमेष भारती , आयुक्त सीएमपीएफ