मुराईडीह कोल डंप परिसर में ढुलू और कन्हाई समर्थकों में मार-कुटाई, पुलिस ने संभाला मोर्चा Dhanbad News
सिंडिकेट सर्मथकों का कहना है कि जबतक पहले बकाया ट्रक लोडिंग का भुगतान कन्हाई चौहान नहीं करते हैं तबतक उसके ट्रकों मे लोडिंग नहीं होने दिया जाऐगा। जबकि सिंडिकेट विरोधियों का कहना है कि लोडिंग मजदूरों की मजदूरी देने को तैयार है। लोडिंग मे रंगदारी नहीं दिया जाऐगा।
बरोरो, जेएनएन। बीसीसीएल के मुराईडीह कोल डंप पर रविवार को बाघमारा के विधायक ढुलू महतो समर्थक सिंडिकेट और कांग्रेस के कन्हाई चाैहान समर्थकों के बीच मारपीट हुई। दोनों गुटों के समर्थकों ने देखते ही देखते एक-दूसरे पर हमला शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद पुलिस व सीआईएसएफ के जवानों ने शक्ति दिखाई और स्थिति को नियंत्रित किया। सुचना पाकर अतिरिक्त पुलिस बल, टाईगर के जवान व सीआईएसएफ जवान को बुलाया गया। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने की कौशिश की लेकिन मानने को तैयार नहीं हुए। इस लड़ाई के पीछे रंगदारी और सरदारी विवाद बताया जा रहा है।
दोनों पक्ष आए आमने-सामने, झड़प देख पुलिस ने खदेड़ा
बीसीसीएल के मुराईडीह कोल डंप में रविवार को ङ्क्षसडिकेट समर्थक मजदूर व ङ्क्षसडिकेट विरोधी डीओधारक के समर्थकों के बीच झड़प हो गई। बहस के बाद हाथापाई होने लगी। डंप में मौजूद सीआइएसएफ व बरोरा थाने के पुलिस जवानों ने दोनों पक्षों को खदेड़ा। तनाव देख पुलिस ने अगले आदेश तक लोडिंग बंद करा दी। पुलिस तत्परता नहीं दिखाती तो यहां खूनी संघर्ष हो सकता था। कोयला उठाव को लेकर दोनों पक्षों में कई दिनों से तनातनी थी। ङ्क्षसडिकेट समर्थकों के ट्रक लोड हो रहे थे जबकि विरोधियों के ट्रक पर लोडिंग बंद थी। रविवार को डीओधारक कन्हाई चौहान व झामुमो नेता कारू चौहान सैकड़ों समर्थकों के साथ ट्रक लेकर कोल डंप पर आए। तब तक दूसरे पक्ष के भी सैकड़ों लोग आ गए। हाथापाई होने लगी। पुलिस व सीआइएसएफ जवानों ने सभी को खदेड़ा, मगर दोनों पक्ष के लोग कुछ दूर से एक-दूसरे को ललकारने लगे। तब बाघमारा व मधुबन थाना की पुलिस बुलाई गई। कन्हाई को लोडिंग के लिए जाने से पुलिस ने रोका तो वह समर्थकों के साथ बैठकर नारेबाजी करने लगे। उस समय भी ङ्क्षसडिकेट समर्थक डीओधारक की ट्रकों में लोङ्क्षडग हो रही थी। तब पुलिस ने लोडिंग बाबू को अगले आदेश तक लोडिंग बंद करने का निर्देश दिया। इसके बाद दोनों पक्ष वहां से गए। वहां शांति व्यवस्था के लिए पुलिस तथा सीआइएसएफ के जवान तैनात हैं।
सिंडिकेट समर्थक मजदूरों का कहना था कि डीओधारक जब तक बकाया भुगतान नहीं करेंगे, उनके ट्रकों में लोङ्क्षडग नहीं होने देंगे। वहीं कन्हाई का कहना था कि मजदूरी देने को तैयार हैं, रंगदारी नहीं देंगे। जिनका बकाया है वे प्रशासन के सामने भुगतान लें। कहा- लोङ्क्षडग चार्ज के अलावा चार हजार रुपये रंगदारी मांगी जा रही है।
प्रशासन ने दिया था मौखिक आदेश : भुगतान न होने से नाराज सिंडिकेट समर्थकों का विरोध देख शुक्रवार को प्रशासन ने कन्हाई के ट्रकों में लोङ्क्षडग बंद रखने का मौखिक आदेश दिया था। जब ङ्क्षसडिकेट समर्थकों के ट्रक लोड होकर निकलने लगे तो विरोधी गुट भड़क गया। तनाव सुलझाने की दिशा में प्रशासन और बीसीसीएल प्रबंधन का सटीक पहल न करना विवाद को और भड़का रहा है।
फिलहाल डंप में लोडिंग अगले आदेश तक बंद है। दोनों पक्षों से बातचीत कर समस्या के समाधान की पहल होगी। कानून तोडऩेवालों पर कार्रवाई होगी।
-बंधन तिर्की, थाना प्रभारी, बरोरा