शौचालय निर्माण में धनबाद ने पाया शत प्रतिशत लक्ष्य : सांसद
धनबाद : शौचालय निर्माण में धनबाद ने शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। 2014 से पहले महज 4000 शौ
धनबाद : शौचालय निर्माण में धनबाद ने शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। 2014 से पहले महज 4000 शौचालय बने थे। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद 1.87 लाख हजार शौचालय का निर्माण कर जिले को ओडीएफ बनाया गया। यह बातें सोमवार को न्यू टाउन हॉल में विश्व शौचालय दिवस पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि देश में शौचालय नहीं होने से विदेशी हीन भावना से यहां के लोगों को देखते थे।
सांसद ने कहा कि जहां शौचालय नहीं था वहां अनेक तरह की बीमारियां फैलती थीं। यौन उत्पीड़न की घटना भी आए दिन हो रही थी, लेकिन शौचालय निर्माण होने से महिलाओं का आत्मसम्मान बढ़ा है। मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री की शौचालय निर्माण की कल्पना ने विशाल रूप ग्रहण कर लिया है। शहरी क्षेत्र में 42 हजार शौचालय बने हैं। अभी भी धनबाद में 50 फीसद शौचालय से निकलने वाली गंदगी सीधे नाले में जाती है। 20 फीसद गंदगी सड़क पर गिरती है। कई जगह शौचालय की गंदगी सीधे तालाबों में गिरती है। अब ओडीएफ प्लस की ओर कदम बढ़ाना है। उपायुक्त ए दोड्डे ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना देश की आनेवाली पीढ़ी को स्वस्थ्य रखना है। शौचालय निर्माण में मुखिया और जलसहिया की भूमिका की उन्होंने सराहना की। उपायुक्त ने गांव में स्थिति तालाबों के पास सामूहिक शौचालय निर्माण कराने की बात कही। उप विकास आयुक्त शशि रंजन ने कहा कि शौचालय की परिकल्पना राष्ट्र पिता महात्मा गाधी ने आजादी से पूर्व की थी। उनका सपना था कि हर घर में शौचालय हो। जिसे धनबाद जिला ने पूरा किया है। अब ओडीएफ प्लस की ओर जाना है। इसके तहत नाली के गंदा पानी का निष्पादन पर जोर दिया जाना है।
कार्यक्रम के दौरान शौचालय निर्माण की दिशा में बेहतर काम करने वाले मुखिया और जल सहिया को सम्मानित किया गया। इसमें मुखिया सलमा बीबी, मधु सिंह, पुष्पा कुमारी, मालती देवी, धनी देवी, निर्मला देवी और जल सहिया में सीमा देवी, फातिमा जीनत, आशा देवी, चम्पा मंडल, रजनी देवी, नूतन देवी, पूनम देवी व ममता देवी शामिल हैं।