Anti Encroachment Drive: रास्ते को अतिक्रमण कर खड़ी की चर्च की दीवार, साहिबगंज प्रशासन ने भेजा नोटिस
साहिबंगज जिले में सरकारी जमीन का धड़ल्ले से अतिक्रमण किया जा रहा है। कई झरनों का अस्तित्व समाप्त हो चुका है। धोबीझरना के समीप मंडरो व बोरियो दोनों प्रखंडों की सीमा लगती है। वहां खासमहाल की भूमि पर सैकड़ों आवास बन गए है।
साहिबगंज, जेएनएन। धोबीझरना के समीप पहाड़ पर जानेवाले रास्ते को घेरकर चर्च बना दिया गया। मंगलवार को एसडीओ पंकज साव, बोरियो सीओ महेंद्र मांझी व मंडरो सीओ सुनीता किस्कू की मौजूदगी में भूमि की मापी में इसका पता चला। संबंधित रैयतों को नोटिस भेजा जाएगा। वहां नाले की भूमि का भी अतिक्रमण कर पक्का निर्माण कराया जा रहा था। उसे तोड़ दिया गया। मंडरो सीओ ने बताया कि अतिक्रमणकारियों को चिह्नित किया जा रहा है। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
साहिबंगज जिले में सरकारी जमीन का धड़ल्ले से अतिक्रमण किया जा रहा है। कई झरनों का अस्तित्व समाप्त हो चुका है। धोबीझरना के समीप मंडरो व बोरियो दोनों प्रखंडों की सीमा लगती है। वहां खासमहाल की भूमि पर सैकड़ों आवास बन गए है। लोगों ने बिजली कनेक्शन भी ले लिया है। पिछले दिनों मामला सामने आने पर एसडीओ सह खासमहाल पदाधिकारी पंकज साव ने 14 लोगों को नोटिस भेजा था। उनमें सात लोग ही पेश हुए। अन्य का कोई अता-पता नहीं है। एक-दो दिन में उन अवैध निर्माण पर भी बुलडोजर चलने की उम्मीद है।
जिलेबिया घाटी के पास भी प्रभावशाली लोगों ने पहाडिय़ा की सैकड़ों एकड़ जमीन अवैध तरीके से खरीद ली है। उन पर चहारदीवारी बनाई जा रही है। पिछले दिनों क्रशरों के निरीक्षण को पहुंचे उपायुक्त रामनिवास यादव यह देखकर अवाक रह गए थे। इसके बाद उन्होंने बोरियो सीओ महेंद्र मांझी को जांच का निर्देश दिया था। सीओ ने कुछ लोगों को नोटिस भी दिया था, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
मंडरो अंचल क्षेत्र में रास्ते की जमीन को घेरकर चर्च बना दिया गया है। अनुमंडल क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाएगा। झरना को भूमि माफियों ने नाले में तब्दील कर दिया है। बुलडोजर लगाकर कुछ अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया है। आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई की जाएगी।
-पंकज कुमार साव, एसडीओ, साहिबगंज