Move to Jagran APP

DVC-JBVNL electricity bill dispute : केंद्र और झारखंड में बढ़ेगा टकराव, मुख्यमंत्री ने कोयला आपूर्ति रोकने की दी चेतावनी

मुख्यमंत्री हेमंत ने कहा कि यहां की लड़कियों को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना होगा। रोजगार के नाम पर उन लोगों को बंधुआ मजदूर बनाया जाता है। दक्षिण भारत से कुछ लड़कियों को मुक्त कराया गया। वहां उन लोगों को सिर्फ सात हजार रुपये मिलते थे।

By MritunjayEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 09:03 AM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 09:03 AM (IST)
DVC-JBVNL electricity bill dispute : केंद्र और झारखंड में बढ़ेगा टकराव, मुख्यमंत्री ने कोयला आपूर्ति रोकने की दी चेतावनी
देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर परिसर में पूजा करते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन।

देवघर, जेएनएन। दामोदर घाटी निगम (DVC) और झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) के बीच बिजली बिल विवाद अब केंद्र सरकार और झारखंड सरकार के बीच टकराव का मुद्दा बन रहा है। केंद्र सरकार ने बकाया बिल वसूली के लिए झारखंड सरकार के खाते से 1417.50 करोड़ रुपये काट कर डीवीसी के खाते में हस्तांतरित कर दिए हैं। इसे लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खासे नाराज हैं। उन्होंने झारखंड से कोयले की आपूर्ति रोक देने की चेतावनी दी है। 

loksabha election banner

केंद्र सरकार के पास जीएसटी देने की औकात नहीं

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार के पास जीएसटी देने की औकात नहीं है। झारखंड के लोगों का हिस्सा नहीं दे रहे हैं। बिना कुछ बताए पीछे से बैंक खाता से पैसा काट ले रहे हैं। यह नहीं भूले कि कोयला रोक देंगे तो पूरे देश में अंधेरा छा जाएगा। हेमंत शनिवार को देवघर आए थे। भारत सरकार द्वारा डीवीसी की बकाया रकम की कटौती किए जाने के मसले पर हेमंत ने सार्वजनिक तौर पर नाराजगी का इजहार किया।

287 करोड़ की जलापूर्ति योजना का किया शिलान्यास

मुख्यमंत्री ने शनिवार को राजा बगीचा में 31 करोड़ की लागत से निर्मित देवघर नगर निगम के कार्यालय का उद्घाटन किया तो वही से 287 करोड़ की शहरी जलापूर्ति परियोजना का शिलान्यास किया। उद्घाटन सह शिलान्यास समारोह में उन्होंने कहा कि झारखंड की खनिज संपदा से देश रोशन हो रहा है। अधिकार नहीं दिया गया तो छीन कर हासिल करेंगे। आर्थिक नाकेबंदी कर हम लोगों ने झारखंड लिया था। यहां के लोग अपने अधिकार के लिए लडऩा जानते हैं। केंद्र सरकार यहां के लोगों की सहन शक्ति एवं भोलेपन की परीक्षा न ले।

झारखंड के लोग दूसरे राज्यों की अपेक्षा कोरोना से ज्यादा सुरक्षित

हेमंत बोले कि कोरोना से लड़ रहे हैं। दूसरे राज्यों की तुलना में यहां के लोग कोरोना से कहीं अधिक सुरक्षित है। झारखंड के खजाने की राशि काट कर केंद्र सरकार ने कोरोना के खिलाफ संघर्ष को कमजोर करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि यह जनता की सुनने वाली सरकार है, न कि पूर्व की तरह तानाशाह सरकार।

कोरोना संकट के लिए हेमंत ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि इतना बड़ा संकट आया नहीं बल्कि लाया गया है। यह संकट सात समंदर पार से उड़ कर आया है। जब विश्व में कोरोना के कारण कोहराम मच गया था तब भाजपा सरकार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आवभगत में लगी थी। केंद्र की सत्ता में बैठे लोग सचेत होते तो पूरा देश सुरक्षित होता।

लड़कियां नहीं जाएंगी बाहर 10 हजार का मिलेगा रोजगार

हेमंत ने कहा कि यहां की लड़कियों को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना होगा। रोजगार के नाम पर उन लोगों को बंधुआ मजदूर बनाया जाता है। दक्षिण भारत से कुछ लड़कियों को मुक्त कराया गया। वहां उन लोगों को सिर्फ सात हजार रुपये मिलते थे। सरकार की कार्य योजना तैयार है। दस हजार का रोजगार यही मिलेगा। उन्होंने कहा कि बाबाधाम मंदिर को खोला गया है। धीरे-धीरे यहां की व्यवस्था पहले की तरह हो जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.