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Jharkhand: सीता के तल्ख तेवर पर सीएम ने पहली बार तोड़ी चुप्पी, बोले-पांचों अंगुलियां बराबर नहीं होतीं

Hemant Soren सीता सोरेन के विधानसभा क्षेत्र जामा की समस्याओं के सवाल पर कहा-जामा भी दुमका का अंग है। आने वाले दिनों में जामा ही नहीं गंगा कटाव वाले इलाकों का भी दौरा करेंगे।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 08:39 AM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 08:39 AM (IST)
Jharkhand: सीता के तल्ख तेवर पर सीएम ने पहली बार तोड़ी चुप्पी, बोले-पांचों अंगुलियां बराबर नहीं होतीं
Jharkhand: सीता के तल्ख तेवर पर सीएम ने पहली बार तोड़ी चुप्पी, बोले-पांचों अंगुलियां बराबर नहीं होतीं

दुमका, जेएनएन। Soren family Political Dispute मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी जामा विधानसभा क्षेत्र की विधायक सीता सोरेन लगातार तेवर दिखा रहीं हैं। वे सत्ताधारी झामुमो का विधायक होते हुए विपक्ष की भूमिका में दिख रही हैं। सीता की यह भूमिका मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए असहज करने वाली है। परिवार के अंदर राजनीतिक खींचतान पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि  जामा की विधायक सीता सोरेन की शिकायत पार्टी संगठन का मामला है। दल के अंदर चर्चा कर इसका समाधान किया जाएगा। सवाल उठाने वाले को पार्टी की प्रक्रिया के तहत जवाब दिया जाएगा। जिस तरह पांचों अंगुलियां बराबर नहीं होती है, पार्टी में भी कमोबेश वही बात है। सभी का अपना विचार -अपना विचार है।

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केंद्र ने राज्य का पैसा नहीं दिया तो कानून का लिया जाएगा सहारा

तीन दिवसीय दुमका दाैरे के दाैरान दूसरे दिन मंगलवार को मसलिया के चार गांवों में सभा को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री देर शाम मसानजोर के बंगाल डाक बंगला मेंं पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि आजाद भारत के बाद कोल इंडिया ने जमीन के बदले कभी भी मुआवजा के रूप में एक पैसा नहीं दिया। उस पर करीब 30 से 40 हजार करोड़ रुपया बकाया है। राज्य और केंद्र में डबल इंजन की सरकार थी लेकिन किसी ने मुआवजा के लिए कुछ नहीं किया। हमने लड़कर 250 करोड़ रुपये की पहली किस्त ली है। कोयला मंत्री स्वयं आकर पैसा देकर गए हैैं। बकाया पैसा के लिए केंद्र सरकार से मांग की जाएगी। कड़ा रुख अपनाया जाएगा। अगर केंद्र ने आनाकानी की तो विवश होकर कानून का सहारा लिया जाएगा।

दाैरे को उपचुनाव से नजरिए से नहीं देखना चाहिए

उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र में पांच साल तक भाजपा की सरकार ने काम किया, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं दिखता है। लोग पानी, बिजली व सड़क के आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुमका के इस दौरे को उपचुनाव की राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। यह सरकारी कार्यक्रम है। मालूम हो कि आने वाले दिनों में दुमका विधानसभा उपचुनाव होना है। मुख्यमंत्री द्वारा इस्तीफा देने के कारण दुमका विधानसभा उपचुनाव होना है। अपनी भाभी सीता सोरेन के विधानसभा क्षेत्र जामा की समस्याओं के सवाल पर कहा-जामा भी दुमका का अंग है। आने वाले दिनों में जामा ही नहीं गंगा कटाव वाले इलाकों का भी दौरा करेंगे।


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