आदत में बदलाव लाना ही अभियंता का काम, विद्यार्थी जीवन को मिशन बनाएं : प्रो. पीके मिश्रा
सिदरी बीआइटी सिदरी में 15 दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम के अंतिम दिन रविवार को विशेषज्ञों ने आनलाइन व्याख्यान दिए। झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पीके मिश्रा ने नव प्रवेशी विद्यार्थियों को जीवन को मिशन बनाने की सलाह दी।
सिदरी : बीआइटी सिदरी में 15 दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम के अंतिम दिन रविवार को विशेषज्ञों ने आनलाइन व्याख्यान दिए। झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पीके मिश्रा ने नव प्रवेशी विद्यार्थियों को जीवन को मिशन बनाने की सलाह दी। उन्होंने वी द चेंज विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि समस्या है तो समाधान भी है। विदेश्वरी पाठक व उनकी ड्रीम प्रोजेक्ट सुलभ शौचालय का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने समस्या जानी और सुलभ शौचालय के रुप में समाधान किया। आदत में बदलाव लाना ही अभियंता का काम है। उन्होंने मुनि सेवा आश्रम हेवडे बाजार मानव चेतना विकास का उल्लेख किया। कहा कि प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित कर पर्यावरण को भी संतुलित किया। विद्यार्थियों को उत्साहित करते हुए कहा कि हर आयामों में स्टार्टअप की संभावना है। उर्जा, फूड, बायोटेक, वाटर टेक में स्टार्टअप की असीम संभावना बतलाई। उन्होंने कहा कि किसान और समाज के बीच उच्च संस्थानों के ग्रेजुएट माध्यम बने तो किसानों का आर्थिक स्तर बढ़ेगा और समाज की जरुरतें भी पूरी होगी। बीआइटी के निदेशक डॉ. डीके सिंह ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि संस्थान में इन्क्यूवेशन के लिए सेल तैयार है। चेयरमैन डॉ आरके वर्मा ने इंडक्शन प्रोग्राम का सारांश रखा। संयोजक डॉ. बी सुजन और प्रो प्रशांत मालवीय ने धन्यवाद दिया। इसके पूर्व डॉ अरविद सिंह ने इच्छा और कृतज्ञता पर वक्तव्य दिया। डॉ. मधु सिन्हा ने दैनिक जीवन की स्वास्थ्य समस्याओं पर चर्चा कर उसका निदान बताया। इंडक्शन प्रोग्राम में बीआइटी के अनेक विद्यार्थी शामिल हुए। सभी ने इंडक्शन प्रोग्राम में मिली सीख व टिप्स को जीवन में उतारने का संकल्प लिया।