चला राज सांसद बनने! चेले की चुनौती को गुरु पीएन ने किया स्वीकार...पढ़िए Dhanbad भाजपा की अंतर्कलह
अब यह खुला रहस्य है कि विधायक राज सिन्हा लोकसभा चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर चुके हैं। सवाल उठता है कि विधायक के लिए दावेदारी कौन करेेगा। होड़़ में तो बहुत से लोग आएंगे लेकिन एक की उम्मीदें दिखने लगी है। अब जबकि पिकनिक का सीजन बीत चुका है।
धनबाद, जेएनएन : Dhanbad BJP Politics, Dhanbad MP PN Singh, अब यह खुला रहस्य है कि विधायक राज सिन्हा लोकसभा चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर चुके हैं। सवाल उठता है कि विधायक के लिए दावेदारी कौन करेगा। होड़़ में तो बहुत से लोग आएंगे लेकिन एक की उम्मीदें दिखने लगी है। अब जबकि पिकनिक का सीजन बीत चुका है, पतझड़ खत्म होने को है और मौसम में तपिश बढ़ने लगी है, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रामदेव महतो के राजनीतिक जीवन में वसंत का मानो आगमन हुआ है।
उम्मीदों की कोपले फूट रही है। महतो ने मछली भात की पार्टी दी है। इसमें सांसद पीएन सिंह, भाजपा महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, रमेश कुमार राही समेत सांसद व पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल खेमे के सभी प्रमुख नेता मौजूद थे। हालांकि स्वयं पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल इस समय जिले में नहीं हैं। वह अपने गांव गए हुए हैं। चूंकी विधानसभा के सत्र में भाग लेने विधायक राज्य सिन्हा रांची में हैं, ऐसे में अवसर इस तरह के शक्ति परीक्षण के लिए सुनहरा है।
महतो ने अपने इलाके के तकरीबन 300 लोगों को आमंत्रण दिया। हालांकि इसमें रवि सिन्हा जैसे वे लोग शामिल नहीं थे, जिन पर विधायक राज सिन्हा गुट के होने का ठप्पा लगा है। जाहिर है यह गोटी सोच समझकर फिट की गई है। विधायक राज सिन्हा भी पुटकी के इसी इलाके पर पिछले कई वर्षों से जोर देते रहे हैं।
मुख्य अतिथि सांसद पीएन सिंह ने अपने भाषण में जहां रामदेव को बड़ा नेता बताते हुए उसकी हौसला अफजाई की, वहीं उन्हें उचित पद नहीं मिलने की बात कह कर दुखती रग को भी दबाया। कार्यक्रम में महामंत्री नितिन भट्ट, कोषाध्यक्ष प्रदीप मंडल, मीडिया प्रभारी मिल्टन पार्थसारथी, चंद्रशेखर मुन्ना, युवा मोर्चा अध्यक्ष अमलेश सिंह, तमाल राय आदि भी मछली भात खाने पहुंचे थे।
यह सांसद का सम्मान समारोह :
इधर रामदेव महतो ने इस मुद्दे पर कहा कि हाल ही में सांसद पीएन सिंह दो महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य चुने गए हैं। इसलिए यह उनका अभिनंदन समारोह है। सांसद बनने के बाद भी उनका सम्मान वह नहीं कर पाए थे। इसलिए यह समारोह आयोजित किया। इसका कोई और अर्थ नहीं है।