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13 अप्रैल से शुरू हो रहा चैत्र नवरात्र, बन रहा शुभ संयोग, घोड़े पर सवार होकर आएगी मां दुर्गा

चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 13 अप्रैल से हो रही है। 21 अप्रैल को रामनवमी मनाई जाएगी। इस बार चैत्र नवरात्र कई शुभ संयोगों से युक्त होगा। नवरात्रि की शुरुआत सर्वार्थ और अमृत सिद्धि के शुभ योग में होगी। साथ ही नौ दिनों तक और भी कई शुभ योग विद्यमान रहेंगे।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 05:10 PM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 05:10 PM (IST)
13 अप्रैल से शुरू हो रहा चैत्र नवरात्र, बन रहा शुभ संयोग, घोड़े पर सवार होकर आएगी मां दुर्गा
शक्ति मंदिर में दर्शन के लिए कूपन की ऑनलाइन बुकिंग प्रारंभ कर दी गई है।

जागरण संवाददाता, धनबादः चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 13 अप्रैल से हो रही है। 21 अप्रैल को रामनवमी मनाई जाएगी। इस बार चैत्र नवरात्र कई शुभ संयोगों से युक्त होगा। नवरात्रि की शुरुआत सर्वार्थ और अमृत सिद्धि के शुभ योग में होगी। साथ ही नौ दिनों तक और भी कई शुभ योग विद्यमान रहेंगे।

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इस बार भारती, हर्ष, सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि योग में नवरात्र की शुरुआत हो रही है। इन शुभ योगों में शक्ति पर्व शुरू होने से देवी पूजा आराधना से मिलने वाला शुभ फल और बढ़ जाएगा। खड़ेश्वरी मंदिर के पुजारी राकेश पांडेय के अनुसार, जब नवरात्र शुरू होगा, तब इसी दिन से हिंदुओं का नया साल यानी नवसंवत्सर शुरू होगा। ये हिंदू नववर्ष का पहला दिन रहेगा। इसे आनंद कहते हैं। नवरात्रि में मां दुर्गा का पूजा करना विशेष फलदायी माना गया है। नवरात्रि में मां दुर्गा पृथ्वी पर नौ दिनों तक वास करते हुए भक्तों की साधना से प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं। नवरात्रि पर देवी दुर्गा की साधना व पूजा-पाठ करने से आम दिनों के मुकाबले पूजा का कई गुना ज्यादा लाभ की प्राप्ति होती है।

इस बार चैत्र नवरात्रि में घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं मां दुर्गा: पुजारी ने बताया कि इस बार चैत्र नवरात्रि मंगलवार को शुरू हो रहा है, जिस वजह से मां घोड़े पर सवार होकर आएंगी। इससे पहले शारदीय नवरात्रि पर भी मां घोड़े पर सवार होकर आई थीं। देवी मां जब भी घोड़े पर आती हैं तो युद्ध की आशंका बढ़ जाती है। 

मां दुर्गा की इन नौ स्वरूपों में होगी पूजा:

13 अप्रैल : प्रतिपदा- मां शैलपुत्री की पूजा और घटस्थापना

14 अप्रैल : द्वितीया- मां ब्रह्मचारिणी पूजा

15 अप्रैल : तृतीया- मां चंद्रघंटा पूजा

16 अप्रैल : चतुर्थी- मां कूष्मांडा पूजा

17 अप्रैल : पंचमी- मां स्कंदमाता पूजा

18 अप्रैल : षष्ठी- मां कात्यायनी पूजा

19 अप्रैल : सप्तमी- मां कालरात्रि पूजा

20 अप्रैल : अष्टमी- मां महागौरी

21 अप्रैल : रामनवमी- मां सिद्धिदात्री

22 अप्रैल : दशमी- नवरात्रि पारण।

शक्ति मंदिर में दर्शन के लिए ऑनलाइन कूपन की व्यवस्थाः जोड़ाफाटक स्थित शक्ति मंदिर कमेटी के संयुक्त सचिव सुरेंद्र अरोड़ा ने बताया कि कोरोना को देखते हुए नवरात्र में दर्शन के लिए दर्शन कूपन की ऑनलाइन बुकिंग प्रारंभ कर दी गई है। मंदिर में भक्तों के दर्शन का समय प्रातः 5.45 बजे से 10.30 व शाम 4.00 बजे से रात्रि 7.30 बजे तक है। मंदिर में  प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं के लिए मास्क व सैनिटाइजर अनिवार्य किया गया है। साथ ही दो गज की दूरी का पालन करना होगा। कोरोना के कारण नवरात्र में भक्तों को एक द्वार से प्रवेश एवं दूसरे द्वार से निकास की व्यवस्था की गई है। मां दुर्गा को नारियल, फूल, प्रसाद आदि अर्पित करने की अनुमति नहीं है। 

भुईफोड़ मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर विशेष तैयारीः भुईफोड़ मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर विशेष तरीके से साज सज्जा की तैयारी की जा रही है। मंदिर  का मुख्य द्वार भक्तों के लिए सुबह खोल दिया जाएगा। सुबह 8 बजे से 12 बजे तक मंदिर में नवरात्रि की पूजा की जाएगी। शाम में भी 3 बजे से मंदिर के पट खोल दिए जाएंंगे। मंदिर में प्रवेश के लिए मास्क व सैनिटाइजर अनिवार्य है। बैनर के माध्‍यम से श्रद्धालुओं से शारीरिक दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही है।

खडे़श्वरी मंदिर में बारी-बारी से की जाएगी पूजाः गोल्फ ग्राउंड स्थित खडे़श्वरी मंदिर में नवरात्रि के लिए तैयारी अभी से चल रही है। बताया गया कि कोरोना के कारण सादगी के साथ पूजा-अर्चना की जाएगी। मंदिर में श्रद्धालुओं को बारी-बारी से पूजा करने की अनुमति दी गई है। मास्क तथा सैनिटाइजर के साथ दो गज की दूरी का पालन करने का आदेश दिया गया है। मंदिर की ओर से प्रसाद वितरण नहीं किया जाएगा। 

नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में किया जाएगा प्रसाद वितरण: डीएस कॉलोनी स्थित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट की ओर से मंदिर का 11वां वार्षिकोत्सव इस वर्ष मनाया जाएगा। 13 अप्रैल को सुबह 7 बजे कलश स्थापना, पूजन, आरती एवं पुष्पांजलि दी जाएगी। 19 अप्रैल को आरती एवं पुष्पांजलि दी जाएगी। 21 अप्रैल को हवन, आरती  के बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा।


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