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CBSE Latest News: सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद, धनबाद के 54 स्कूलों के स्टूडेंट्स टेंशन फ्री

CBSE 12th Board Exam 2021 Cancelled सीबीएसई 12वीं परीक्षा 2021 रद कर दी गई है। सभी छात्रों को बगैर परीक्षा के ही प्रमोट कर दिया गया है। यह निर्णय मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में हुआ। इसका धनबाद के छात्रों ने स्वागत किया है।

By MritunjayEdited By: Published: Tue, 01 Jun 2021 08:07 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jun 2021 07:27 AM (IST)
CBSE Latest News: सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद, धनबाद के 54 स्कूलों के स्टूडेंट्स टेंशन फ्री
सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। CBSE/ICSE Board 12th Exams 2021 Cancelled सीबीएसई और आइसीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 रद कर दी गई है। अब परीक्षा नहीं होगी। छात्र-छात्राओं को बगैर परीक्षा के ही पास कर दिया जाएगा। यह निर्णय मंगलवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया। परीक्षा रद करने के निर्णय का धनबाद के छात्र-छात्राओं और अभिभावकों ने स्वागत किया है। झारखंड अभिभावक महासंघ ने भी परीक्षा रद करने के निर्णय को समय की मांग करार दिया है। कहा है-छात्र-छात्राओं की सुरक्षा और उनकी जान से बढ़कर परीक्षा नहीं है। 

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14 अप्रैल को परीक्षा स्थगित करने की हुई थी घोषणा

देश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद खतरे के देखते हुए सीबीएसई ( CBSE Latest News) ने 14 अप्रैल, 2021 को 10वीं की परीक्षा रद करने और 12वीं की परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की थी। 10वीं की परीक्षा रद कर छात्र-छात्राओं को बगैर परीक्षा के ही पास करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद से ही 12वीं के देशभर के छात्रों के साथ ही धनबाद के 6 हजार से ज्यादा छात्र परीक्षा पर निर्णय का इंतजार कर रहे थे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने 1 जून को परीक्षा पर निर्णय लेने की घोषणा की थी। पोखरियाल कोरोना संक्रमित होने के कारण मंगलवार को एम्स में भर्ती हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर उच्चस्तरीय बैठक हुई जिसमें परीक्षा रद करने का निर्णय लिया गया। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। इसके बाद सीबीएसई ने परीक्षा रद करने की अधिसूचना जारी कर दी। 

परीक्षा का विकल्प बरकरार

सीबीएसई ने 12वीं की परीक्षा रद कर दी है। लेकिन परीक्षा का विकल्प भी बरकार है। मूल्यांकन पद्धति के आधार पर परिणाम जारी किए जाएंगे। इस पद्धति से प्राप्त अंक में जो छात्र संतुष्ट नहीं होंगे उनके लिए अलग से परीक्षा आयोजित की जाएगी। 

धनबाद में 54 सीबीएसई स्कूलों में 6800 प्लस टू के छात्र

धनबाद में सीबीएसई के 54 विद्यालय हैं। इन स्कलों में 6800 से ज्यादा 12th के स्टूडेंट्स हैं। इसके अलावा आइसीएसई बोर्ड के भी छात्र हैं। परीक्षा रद होने के बाद असमंजस की स्थिति समाप्त हो गई है। डेढ़ महीने से ज्यादा समय से छात्र ऊहापोह की स्थिति में थे। 

अभिभावक संघ ने प्रधानमंत्री को दी बधाई

झारखंड अभिभावक महासंघ के अध्यक्ष पप्पू सिंह ने सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद करने के निर्णय का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री ने छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए परीक्षा रद करने का निर्णय लिया है। इसकी जितनी भी सराहना की जाय कम होगी।

कोरोना संक्रमण के हालात को देखते हुए बोर्ड और सरकार ने बेहतर निर्णय लिया है। छात्रों की सुरक्षा और उनका स्वास्थ्य आज के दौर में सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। इस निर्णय से उन बच्चों को थोड़ी मायूसी जरूर होगी जो अब तक बेहतर करते आ रहे हैं। 10वीं बोेर्ड की तरह इसका भी विकल्प तैयार बच्चों को उनकी योग्यता के आधार पर मार्किंग किया जाएगा।

-सुमंत कुमार मिश्रा, सीबीएसई कोर्डिनेटर सह प्राचार्य राजकमल सरस्वती विद्यामंदिर

कोरोना वर्तमान हालात के बाद सरकार और बोर्ड का बहुत अच्छ निर्णय है। यह निर्णय पूरी तरह छात्र हित में है। सबसे बड़ी बात है कि विगत दो साल से बच्चों स्कूल नहीं जा रहे थे। शिक्षकों से इंटरेक्ट नहीं हो पा रहे थे। परीक्षा में कैसा प्रश्न आएगा इसको लेकर बच्चे मानसिक रूप से काफी दबाव में थे। केवल इतना ही नहीं परीक्षा में काफी देरी हो रही थी। जिसके कारण भविष्य के अन्य शैक्षिणक गतिविधियों पर भी निर्णय लेने में मुश्किलें आ रही थी। अब 10वीं की तरह 12वीं के बच्चों का आंकलन कर मार्किंग किया जाएगा।

-सरिता सिन्हा, प्राचार्य दिल्ली पब्लिक स्कूल

कोराेना के जो हालात अभी चल रहे हैं ऐसी परिस्थिति में परीक्षा को रद्द करने का निर्णय छात्र हित में है। बोर्ड 10वीं की तरह 12वीं में भी मार्किंग की पॉलिसी अपनाएगी। रिजल्ट निकलने के बाद बच्चे मानसिक तनाव से दूर हो जाएंगे और भविष्य के लिए बेहतर निर्णय कर सकेंगे।

-एनएम श्रीवास्तव, प्राचार्य डीएवी कोयलानगर

कोरोना महामारी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य तथा जान-माल की क्षति को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी के अध्यक्षता में कक्षा 12 के परीक्षा को रद्द करने का निर्णय स्वागत योग्य है। झारखंड अभिभावक महासंघ पिछले कुछ महीनों से अन्य राज्यों के अभिभावकों के संगठन के साथ मिलकर लगातार कक्षा 12 की परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहा था।

-मनोज मिश्रा, महासचिव अभिभावक महासंघ


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