कॉमर्शियल माइनिंग के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर हरकत में आई हेमंत सरकार, पूर्व मंत्री समेत दर्जनों पर केस Dhanbad News
कॉमर्शियल माइनिंग के खिलाफ संयुक्त श्रम संगठकों के विरोध प्रदर्शन को लेकर पूर्व मंत्री बच्चा सिंह समेत दर्जनों मजदूर नेताओं पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना काल में गुरुवार को कोयला नगर में कॉमर्शियल माइनिंग के खिलाफ प्रदर्शन करनेवाले आधा दर्जन नामजद समेत दर्जनों मजदूर नेताओं पर लॉकडाउन उल्लंधन का मुकदमा दर्ज हुआ है। यह मुकदमा दंडाधिकारी राजेश कुमार मंडल की शिकायत पर सरायढेला पुलिस ने दर्ज की है। इसमें पूर्व मंत्री मंत्री बच्चा सिंह, आरसीएमएस के महामंत्री एके झा, मजदूर नेता आरके तिवारी, राजू तिवारी, रमेंद्र तिवारी को नामजद आरोपित बनाया गया है। वहीं 50-60 अज्ञात के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज हुई है।
मालूम हो कि कोल ब्लॉक्स में कॉमर्शियल माइनिंग के विरोध में गुरुवार को कोयला नगर में संयुक्त श्रम संगठकों के मजदूर नेताओं का प्रदर्शन हुआ। इसमें पांच केंद्रीय मजदूर संगठन (बीएमएस, इंटक, एचएमएस, सीटू व एटक) ने हिस्सा लिया। इस प्रदर्शन को लेकर नेताओं ने पुलिस प्रशासन से कोई आदेश प्राप्त नहीं किया था। इतना हा नहीं, प्रदर्शन के दौरान शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं किया गया। इस दौरान कई नेता व कार्यकर्ता मास्क भी नहीं पहने थे। लिहाजा मौके पर तैनात दंडाधिकारी के लिखित शिकायत पर सरायढेला पुलिस ने उपरोक्त नामजद समेत अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया है।
प्रदर्शन के दौरान इन नेताओं को नहीं पहचान पाई पुलिस
कोयला भवन में प्रदर्शन के दौरान जनता मजदूर संघ कुंती गुट के नेता मनीष सिंह उर्फ सिदार्थ गौतम, अरविंद सिंह, इंटक नेता व पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक, एटक नेता केके करण, इंटक नेता ललन चौबे, शकील अहमद, रामप्रीत यादव, क्यूम खां, बीएमएसके बिंदेश्वरी प्रसाद, महेंद्र सिंह, गौराचंद चटर्जी, रामचंद्र पासवान, सिटू नेता उदय प्रताप सिंह, मानस चटर्जी समेत सैकड़ों मजदूर नेता शामिल थे।