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धनबाद, बोधगया व पटना होकर हावड़ा-वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी

धनबाद बुलेट ट्रेन में सफर का सपना देख रहे धनबाद और आसपास के यात्रियों के लिए अच्छी खबर।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 10:47 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 10:47 PM (IST)
धनबाद, बोधगया व पटना होकर हावड़ा-वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी
धनबाद, बोधगया व पटना होकर हावड़ा-वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी

धनबाद : बुलेट ट्रेन में सफर का सपना देख रहे धनबाद और आसपास के यात्रियों के लिए अच्छी खबर। रेलवे के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में धनबाद भी शामिल हो गया है। वाराणसी से हावड़ा तक बुलेट ट्रेन चलाने के लिए हाई स्पीड रेल कारीडोर का निर्माण प्रस्तावित है। हावड़ा से वाराणसी तक पटना होकर चलने वाली बुलेट ट्रेन धनबाद होकर चलेगी। इससे न सिर्फ हावड़ा से वाराणसी की दूरी कम होगी बल्कि हावड़ा-नई दिल्ली के बीच के ग्रैंड कार्ड लाइन और हावड़ा से जसीडीह-पटना होकर गुजरी मेन लाइन का नया विकल्प भी तैयार हो जाएगा। संभावित कारीडोर के लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कार्पाेरेशन लि. ने सर्वे शुरू करा दिया है। सर्वे एजेंसी गिरिडीह के बगोदर क्षेत्र का सर्वे कर रही है। उनका अगला पड़ाव धनबाद है। हालांकि सर्वे में शामिल एजेंसी की टीम का कहना है कि अभी प्रारंभिक सर्वे है। ऐसा होगा प्रस्तावित हाई स्पीड कारीडोर

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वाराणसी से हावड़ा तक प्रस्तावित हाई स्पीड कारीडोर हाईवे के समानांतर होगा। कोलकाता से धनबाद होकर राष्ट्रीय उच्चपथ के समानांतर कारीडोर बिछाने की योजना है जो बरही तक हाईवे के समानांतर होने के बाद आगे पटना और बक्सर होकर वाराणसी तक जाएगा। यानी वाराणसी से बक्सर, पटना, बोधगया, बरही, धनबाद, आसनसोल, दुर्गापुर, ब‌र्द्धमान और हावड़ा तक हाई स्पीड कारीडोर बनकर तैयार होगा।

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कम होगी हावड़ा से पटना होकर वाराणसी की दूरी हावड़ा से पटना होकर वाराणसी जाने के लिए अभी आसनसोल से जसीडीह व झाझा होकर ट्रेनें चलती हैं। इनमें मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ राजधानी और दुरंतो जैसी ट्रेनें भी शामिल हैं। इस रूट से हावड़ा से वाराणसी तक का फासला लगभग 762 किमी है। हाई स्पीड कारीडोर के निर्माण से यह दूरी 100 किमी घटकर 660 किमी रह जाएगी। वर्तमान मेन लाइन के रूट में धनबाद शामिल नहीं है। बुलेट ट्रेन के रूट में धनबाद भी शामिल हो जाएगा।

पारसनाथ को भी जोड़ने की तैयारी

गिरिडीह होकर गुजरने वाली हाई स्पीड कारीडोर का फायदा विश्व प्रसिद्ध पारसनाथ को भी मिल जाएगा। हावड़ा से धनबाद और बोधगया होकर प्रस्तावित कारीडोर पारसनाथ होकर गुजरेगा। इससे भविष्य में पारसनाथ आने वाले यात्रियों को भी बुलेट ट्रेन का विकल्प मिल जाएगा। बुलेट ट्रेन से साढ़े पांच घंटे में हावड़ा से नई दिल्ली : हावड़ा से नई दिल्ली के बीच अभी सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। रेलवे अधिकतम 130 की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों को 160 की गति से चलाने के लिए पसीना बहा रही है। सबकुछ योजना के मुताबिक हुआ तो 2024 तक सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलेंगी जिससे 12 घंटे में हावड़ा से नई दिल्ली पहुंच सकेंगे, पर जब हावड़ा से नई दिल्ली के बीच बुलेट ट्रेन चलेगी तो साढ़े पांच घंटे में ही यह फासला तय होगा। अभी इस दूरी को तय करने में 17 घंटे 15 मिनट लगते हैं। हावड़ा से वाराणसी तक प्रस्तावित हाई स्पीड कारीडोर हावड़ा-नई दिल्ली का ही हिस्सा है।


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