Dhanbad: रांगाटांड के अवैध झुग्गी झोपड़ियों पर चला बुलडोजर, कब्जा करने वाले मांगने लगे मुआवजा
दीवार निर्माण कराने को लेकर रेलवे ने एक पखवाड़े पहले ही ट्रैक्शन कॉलोनी के पास और पंपू तालाब के इर्द-गिर्द कब्जा कर रहने वाले लोगों को जगह खाली करने का नोटिस जारी कर दिया था। मुनादी भी की गई थी।
जागरण संवाददाता, धनबाद : वासेपुर और भूली के बाद अब रांगाटांड ट्रैक्शन कॉलोनी के सामने रेलवे लाइन के दोनों किनारे ऊंची दीवार खड़ी होगी। दीवार निर्माण कराने को लेकर रेलवे ने एक पखवाड़े पहले ही ट्रैक्शन कॉलोनी के पास और पंपू तालाब के इर्द-गिर्द कब्जा कर रहने वाले लोगों को जगह खाली करने का नोटिस जारी कर दिया था। मुनादी भी की गई थी। इसके बाद भी अवैध कब्जाधारी रेलवे की जमीन खाली करने को तैयार नहीं थे और एक महीने की मोहलत मांग रहे थे। आखिरकार गुरुवार को अवैध कब्जा धारियों पर रेलवे का बुलडोजर चल गया।
ट्रैक्शन कॉलोनी और उसके आसपास तकरीबन 300 झुग्गी झोपड़ियों को नेस्तनाबूद किया गया। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के साथ-साथ बड़ी संख्या में आरपीएफ मौजूद रही। अतिक्रमणकारी बोले सवा सौ साल से रह रहे, मांगा मुआवजा
रेलवे की कार्रवाई से जमीन कब्जा कर रहने वालों में काफी नाराजगी है। उनका कहना है कि रेलवे से एक महीने का समय मांगा गया था। पर एकाएक उनके घरों पर बुलडोजर चलाया गया। कुछ लोगों ने यह कह कर मुआवजे की भी मांग कर दी कि वह लोग सवा सौ साल से वहां रह रहे हैं। उन्हें उजाड़ने से पहले रेलवे मुआवजा दे।
परिवार और मवेशी लेकर कहां जाएंगे दूसरी जगह बसाने का बंदोबस्त कराए रेलवे
झुग्गी झोपड़ियों के साथ ट्रैक्शन कॉलोनी में दर्जनों खटाल भी चल रहे थे। जहां सैकड़ों की संख्या में मवेशी भी रखे गए थे। रेलवे की कार्रवाई से इंसानों के साथ साथ मवेशी भी अब खुली छत के नीचे आ गए हैं।ऐसे लोगों का कहना है कि रेलवे उन्हें दूसरी जगह बसाने का बंदोबस्त कराए।