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गया ब्रिज के समानांतर दूसरे ब्रिज के लिए शुरू हुई कवायद

शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए लाइफ लाइन के रूप में प्रसिद्ध गयाब्रिज अंडरपास के समानांतर दूसरे ब्रिज बनाया जाएगा। जिससे की शहर के सड़कों पर बढ़ते यातायात दबाव को कम किया जा सके। पथ निमार्ण विभाग ने रेलवे के साथ मिलकर प्रयास शुरू कर दिया है।

By Atul SinghEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 05:37 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 05:37 PM (IST)
गया ब्रिज के समानांतर दूसरे ब्रिज के लिए शुरू हुई कवायद
जिससे की शहर के सड़कों पर बढ़ते यातायात दबाव को कम किया जा सके। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, धनबाद: शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए लाइफ लाइन के रूप में प्रसिद्ध गयाब्रिज अंडरपास के समानांतर दूसरे ब्रिज बनाया जाएगा। जिससे की शहर के सड़कों पर बढ़ते यातायात दबाव को कम किया जा सके। इसके लिए पथ निमार्ण विभाग ने रेलवे के साथ मिलकर प्रयास शुरू कर दिया है। इन दोनों विभागों के बीच समंवयक के रूप में जिला प्रशासन भी अपनी महती भूमिका निभा रहा है।

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इसको लेकर एक धनबाद रेल मंडल की इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट तथा पथ निर्माण विभाग धनबाद की संयुक्त टेक्निकल टीम ने संयुक्त रूप से गया पुल के आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया। और जमीन की उपलब्ध्ता के अलावा अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच की।

इसके लिए टीम ने श्रमिक चाैक स्थित गया पुल के पास दूसरे अंडर पास निर्माण में रेलवे की लगभग 1360 वर्ग फीट जमीन लिए जाने की जरूरत बताई। गौरतलब है कि गया पुल के पास दूसरे अंडर पास का निर्माण श्रमिक चाैक के पश्चिम साइट में किया जाना है। जिसके लिए जिला प्रशासन, पथ निर्माण विभाग और रेलवे के अधिकारियों के बीच पिछले साल एक संयुक्त बैठक हुई थी। जिसकी अध्यक्षता संदीप सिंह ने की थी। इस बैठक में राइट्स हाइवे डिवीजन ऑफ काेलकाता को फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया था। पिछले दिसंबर के दूसरे सप्ताह में राइटस ने धनबाद रेल मंडल काे जाे फिजिबलिटी रिपाेर्ट दी है, उसमें 40 मीटर लंबा और 12 मीटर चाैड़ा अंडरपास निर्माण का प्रस्ताव है। आरसीडी कार्यपालक अभियंता दिनेश प्रसाद का कहना है कि अंडरपास के अलावे रेल लाइन के दाेनाें साइट कितनी जमीन की जरूरत पड़ेगी, इसकाे लेकर रेलवे और आरसीडी की संयुक्त टीम ने भाैतिक निरीक्षण किया। रिपोर्ट के अनुसार दाेनाें साइड 34-34 मीटर रेलवे की जमीन की जरूरत होगी। आरसीडी का कहना है कि अंडरपास के अलावा रेल लाइन के दाेनाें साइट 34-34 मीटर जमीन रेलवे से चाहिए। अंडरपास निर्माण में रेलवे का गादाम भी टूटेगा। जिसका अनापत्ति प्रमाण पत्र धनबाद रेल मंडल काे देना है। ताकि अंडरपास का निर्माण संभव हाे पाए। निरीक्षण के दाैरान धनबाद रेल मंडल के इंजीनियरिंग विभाग के सहायक अभियंता, सीनियर सेक्शन इंजीनियर तथा आरसीडी की ओर से सहायक अभियंता व कनीय अभियंता माैजदू थे।


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