बोर्ड इग्जाम काउंटडाउन: अब सिर्फ रिवीजन का समय, बड़े चैप्टर में न उलझें परीक्षार्थी
20 फरवरी से झारखंड एकेडमिक काउंसिल की मैट्रिक की बोर्ड परीक्षा शुरू हो रही है। छात्रों के पास समय कम है, इन बचे हुए समय का सदुपयोग कैसे करें कि बेहतर अंक हासिल हो सके।
जागरण संवाददाता, धनबाद: 20 फरवरी से झारखंड एकेडमिक काउंसिल की मैट्रिक की बोर्ड परीक्षा शुरू हो रही है। छात्रों के पास समय कम है, इन बचे हुए समय का सदुपयोग कैसे करें, स्ट्रेटजी क्या होनी चाहिए कि बेहतर अंक हासिल हो सके। खासकर गणित, विज्ञान और अंग्रेजी जैसे कोर विषयों के लिए समय प्रबंधन बेहद जरूरी है। बुधवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में विषय विशेष मनोज कुमार सिंह और एमके माही उपस्थित हुए। छात्रों के पूछे प्रश्नों का इन्होंने माकूल जवाब दिया। कहा कि अब समय सिर्फ रिवीजन का है, बड़े चैप्टर में बेवजह अपना समय न बर्बाद करें। टू द प्वाइंट रिवाइज्ड करें।
इन चैप्टर पर दें विशेष ध्यान
- गणित: माध्यक व छिन्नक से छह नंबर के एक-एक प्रश्न, ऊंचाई और दूरी से छह नंबर के दो प्रश्न, द्विघात समीकरण से छह अंक का एक प्रश्न, चार प्रमेय से छह नंबर का एक प्रश्न, यूकीलियड विभाजन से तीन नंबर का एक प्रश्न, रचना से तीन नंबर का एक प्रश्न, निर्देशांक ज्यामिति दूरी सूत्र अथवा विभाजन सत्र से तीन नंबर का एक प्रश्न, आलेख से तीन नंबर का प्रश्न, समानांतर श्रेणी से एक प्रश्न और त्रिकोणमिति से तीन प्रश्न छह नंबर के पूछे जाएंगे।
- विज्ञान: विद्युत व चुंबकीय प्रभाव से नौ नंबर, कार्बनिक यौगिक (धातु-अधातु) से नौ नंबर के प्रश्न, प्रकाश से तीन नंबर का प्रश्न, बायोलॉजी में आनुवांशिकता एवं जैव प्रकरण अथवा नियंत्रण एवं समन्वय से 12 नंबर का प्रश्न पूछा जाएगा।
- अंग्रेजी: ग्रामर पोर्शन से 14 नंबर के प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें ट्रांसफार्मेशन, यूज ऑफ मॉडल से चार और नॉन फाइनाइट, सेंटेंस करेक्टर, क्लाउज, पास्ट टेंस से छह नंबर के प्रश्न पूछे जाएंगे। लेटर या एप्लीकेशन से आठ नंबर, पैराग्राफ से आठ अंक, रीडिंग से चार प्रश्न आठ अंक और अनसीन पैसेज से छह प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके अलावा 30 अंक के प्रश्न टेक्स्ट से पूछे जाएंगे।