मुख्यमंत्री के खिलाफ सांसद ने फिर खोला मोर्चा, कहा- सरकार में नैतिकता होती तो केस पत्नी पर नहीं मेरे पर करती
झामुमो नेता अमितेश सहाय ने सांसद निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी के संबंधों को लेकर कटाक्ष किया है। इसी मामले पर अब सांसद निशिकांत दुबे ने ट्विटर के माध्यम से अपनी बात रखी है।
धनबाद, जेएनएन। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सांसद के खिलाफ एक ओर झामुमो खुलकर बोल रही है तो दूसरी ओर से निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा संभाल रखा हैं। ताजा मामला झामुमो व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अमितेश सहाय द्वारा सोशल मीडिया फेसबुक पर किए गए एक पोस्ट को लेकर सामने आया है। कुछ दिन पूर्व अमितेश ने सांसद और उनकी पत्नी के संबंधों को लेकर कटाक्ष किया था। इसी मामले पर अब सांसद निशिकांत दुबे ने ट्विटर के माध्यम से अपनी बात रखी है।
सांसद ने अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, पुलिस महानिदेशक एमवी राव, महागामा से कांग्रेस विधायक दीपीका पांडेय सिंह को टैग किया है। सांसद ने लिखा है कि अमितेश सहाय का उनकी पत्नी को गाली देना सहाय, झामुमो, सीएम हेमंत सोरेन और कांग्रेस की मानसिकता को दिखाता है। सरकार में नैतिकता होती तो केस उन पर किया जाता ना की उनकी पत्नी पर। यह केस विष्णुकांत झा और शशि सिंह से नहीं कराया जाता।
इधर, अमितेश सहाय का कहना है कि पूर्व में जब हेमंत सोरेन की 14 माह की सरकार बनी थी तब भी निशिकांत दुबे को यह गवारा नहीं था। वे तब भी सरकार को बदनाम करने का नया-नया हथकंडा अपनाते रहते थे। अब भी वे वहीं पुरानी हरकत कर रहे हैं। निशिकांत दुबे झारखंड और झारखंडी अस्मिता से खिलवाड़ करते रहे हैं। समय आने पर उन्हें पार्टी सही जवाब देगी।