Move to Jagran APP

PMCH नामकरण को लेकर अब भाजपा विधायक ने खोला मोर्चा, कहा- जातीय विद्वेष फैलाना चाहते हैं मुख्यमंत्री

विधायक राज सिन्हा ने कहा कि निर्मल महतो के नाम पर पीएमसीएच का नामकरण शहीद काे सम्मान देना नहीं बल्कि जाति की राजनीति करना भर है। सीएम सूबे में जातीय विद्वेष फैलाना चाहते हैं।

By Sagar SinghEdited By: Published: Wed, 19 Aug 2020 10:12 PM (IST)Updated: Wed, 19 Aug 2020 10:58 PM (IST)
PMCH नामकरण को लेकर अब भाजपा विधायक ने खोला मोर्चा, कहा- जातीय विद्वेष फैलाना चाहते हैं मुख्यमंत्री
PMCH नामकरण को लेकर अब भाजपा विधायक ने खोला मोर्चा, कहा- जातीय विद्वेष फैलाना चाहते हैं मुख्यमंत्री

धनबाद, जेएनएन। धनबाद से भाजपा विधायक राज सिन्हा ने कहा कि निर्मल महतो के नाम पर पीएमसीएच का नामकरण शहीद काे सम्मान देना नहीं, बल्कि जाति की राजनीति करना भर है। सीएम हेमंत सोरेन जातीय विद्वेष फैलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कुर्मी विचार मंच और अन्य संगठनों के लोग मेरा पुतला जला रहे, मेरे खिलाफ बोल रहे हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि यही सीएम पहले भी थे। तब उन्होंने कुर्मी जाति के सबसे बड़े नेता, झारखंड आंदोलन के पुरोधा बिनोद बिहारी महतो के नाम पर कोई संस्थान क्यों नहीं बनवाया।

loksabha election banner

बुधवार को अपने आवासीय कार्यालय में पत्रकार वार्ता में राज सिन्हा ने कहा कि उन्होंने ही विधानसभा में अपने राजनीतिक विचारधारा से परे हटकर बिनाेद बाबू के याेगदान काे देखते हुए कोयलांचल विश्वविद्यालय का नाम बिनोद बाबू पर करने की मांग की थी। तत्कालीन सीएम रघुवर दास ने बड़ा दिल दिखाते हुए इसे सहर्ष स्वीकार किया था। तब किसी कुर्मी विचार मंच या झारखंड नामधारी पार्टी ने मुझे न ताे मिठाई खिलाई न ही सम्मान के दाे शब्द कहे।

भाजपा विधायक ने कहा कि बीबीएमकेयू के ही प्रत्युत्तर में सरकार पीएमसीएच का नामकरण निर्मल महताे के नाम पर करने जा रही है। उन्हाेंने कहा कि कुर्मी विचार मंच जैसे संगठन भी दाेहरी राजनीति करते हैं। जब भाजपा सरकार हाेती है तो कुर्मी काे एसटी का दर्जा देने की मांग करते हैं, जब झामुमाे की सरकार बनती है तो चुप हाे जाते हैं। उन्हें अब भी यह मांग दाेहरानी चाहिए। सिन्हा ने कहा कि वे बिनाेद बाबू के प्रति प्रतिबद्ध हैं और विश्वविद्यालय बनेगा ताे उनकी आदमकद प्रतिमा भी परिसर में बनवाएंगे। इस दाैरान मीडिया प्रभारी मिल्टन पार्थसारथी भी थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.