PMCH : आउटसोर्सिंग कर्मियों को नहीं मिल रहा एन 95 मास्क व PPE किट, भाजपा विधायक ने लगाया लापरवाही का आरोप Dhanbad News
भाजपा विधायक राज सिन्हा ने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। हजारीबाग जैसे छोटे शहर में जांच की व्यवस्था हो गई और धनबाद प्रशासन टालमटोल कर रहा है।
धनबाद, जेएनएन। विधायक राज सिन्हा ने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर कोरोना को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। दरअसल, विधायक स्वास्थ्य कर्मियों की शिकायत पर रविवार को पीएमसीएच पहुंचे थे। वहां उन्होंने बिना एन-95 मास्क व पीपीई किट के ही स्वास्थ्य कर्मियों को काम करते देखा। स्वास्थ्य कर्मियों ने भी उनसे शिकायत की। उन्होंने इस संदर्भ में पीएमसीएच के प्राचार्य से बात की तो बताया गया कि चिकित्साकर्मियों (आउटसोर्सिंग) के लिए एन-95 मास्क व पीपीई का प्रावधान नहीं है।
डीजल के अभाव में नहीं चल रही जांच मशीन : कोरोना संदिग्ध की जांच के लिए लाई गई मशीन ने अभी तक काम शुरू नहीं किया है। इस संदर्भ में भी विधायक ने पूछताछ की। बताया गया कि मशीन के लिए जेनरेटर चाहिए। जेनरेटर तो है, लेकिन डीजल का प्रावधान नहीं किया गया है। सिविल सर्जन से बात करने पर पता चला कि डीजल के लिए उन्होंने विभाग से पत्राचार किया था। कहा गया कि डीजल के लिए अलग से कोई प्रावधान नहीं है।
विधायक निधि का नहीं किया जा रहा इस्तेमाल : राज सिन्हा ने कहा कि विधायक निधि से 200 पीपीई किट व एक वेंटिलेटर मंगवाने की अनुशंसा की थी। इस संदर्भ में अभी तक कुछ नहीं हुआ। रविवार को इस संदर्भ में भी सिविल सर्जन से बात की। उन्होंने बताया कि फिलहाल पर्याप्त उपकरण हैं। यदि उपकरण पर्याप्त हैं तो चिकित्सा कर्मियों को क्यों नहीं दिए जा रहे। पीपीई किट तो डिस्पोजेबल होता है। ऐसे में पर्याप्त कैसे है? बाद में सीएस ने बताया कि आठ अप्रैल को टेंडर कमेटी की बैठक में तय होगा कि क्या खरीदा जाएगा और क्या नहीं।
मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री से करेंगे शिकायत : विधायक ने कहा कि धनबाद में संदिग्धों की संख्या को देखते हुए रांची में जांच से इन्कार कर दिया गया। अब जांच के लिए रोगियों को जमशेदपुर भेजना पड़ रहा है। बावजूद इसके प्रशासन के अधिकारियों में इस वायरस के संक्रमण को लेकर कोई गंभीरता नहीं है। सभी अधिकारी एक-दूसरे के मत्थे जिम्मेदारी डाल रहे हैं। यदि यहां जांच शुरू हो जाए तो यहां भी रोगी निकल सकते हैं। ऐसी स्थिति में महामारी फैली तो संभालना मुश्किल हो सकता है। हजारीबाग जैसे छोटे शहर में जांच की व्यवस्था हो गई और धनबाद प्रशासन टालमटोल का रवैया अपनाए हुए है। इसकी शिकायत स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री से करेंगे।
धनबाद में जल्द शुरू होगी कोरोना की जांच : पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र कुमार ने सोमवार को बताया कि जांच के लिए लाए गए आरटी पीसीआर मशीन इंस्टॉल कर दी गई है। जल्द ही कंपनी के अभियंता इसका डेमो देंगे। उसके बाद कोरोना वायरस से संक्रमितों की जांच धनबाद में ही शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मशीन चलाने के लिए डीजल के कमी थी। इस संबंध में सिविल सर्जन से बात की थी। बताया गया कि डीजल के मद में कोई फंड नहीं है। लिहाजा पीएमसीएच अपने मद से डीजल खरीदेगी।
पर्याप्त संख्या में किट मौजूद : प्राचार्य ने कहा कि पीएमसीएच कोरोना संदिग्धों के जांच को पूरी तरह तैयार है। इसके तहत सभी कर्मचारियों को एन-95 मास्क उपलब्ध करा दिया गया है। जहां तक पीपीई किट का सवाल है तो आइसोलेशन वार्ड में लगाए गए तमाम कर्मचारियों के लिए पर्याप्त संख्या में किट मौजूद है। इसका इस्तेमाल प्रत्येक कर्मचारी के लिए आवश्यक नहीं है।