पानी-बिजली से धनबाद की जनता हलकान, समाधान के लिए डीसी से मिला भाजपा प्रतिनिधिमंडल Dhanbad News
भाजपा नेता मुकेश पांडे ने उपायुक्त को बताया कि इन दिनों धनबाद की जनता लगातार बिजली-पानी की समस्याओं से जूझ रही है। साथ ही साथ सड़क की भी हालत खराब है। जगह-जहर सड़कें टूट गई हैं। इससे जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। पिछले एक सप्ताह से धनबाद की जनता हलकान-परेशान है। बिजली और पानी संकट ने आम से लेकर खास तक को मुश्किल में डाल रखा है। बिजली नहीं रहती है तो अपने साथ कई तरह की परेशानी छोड़ जाती है। इन समस्याओं के समाधान के लिए भाजयुमो के पूर्व जिला अध्यक्ष मुकेश पांडेय के नेतृत्व में बुधवार को एक प्रतिनिधिमंडल धनबाद के उपायुक्त संदीप सिंह से मिला। एक महीने पहले ही सिंह धनबाद में आए हैं। अभी उन्हें यहां की पूरी वस्तुस्थिति की जानकारी नहीं है। भाजपा नेताओं की बातों को ध्यान से सुना और समाधान का आश्वासन दिया।
खराब सड़क के कारण रोज बन रही जाम की स्थिति
भाजपा नेता मुकेश पांडे ने उपायुक्त को बताया कि इन दिनों धनबाद की जनता लगातार बिजली-पानी की समस्याओं से जूझ रही है। साथ ही साथ सड़क की भी हालत खराब है। जगह-जहर सड़कें टूट गई हैं। इससे जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। खराब सड़क के कारण शहर में ट्रैफिक की समस्या बढ़ रही है। शहर में दिन भर जाम की स्थिति रहती है। उपायुक्त ने सकारात्मक आश्वासन दिया और शीघ्र पहल करने की बात कही। पांडे के साथ भाजपा नेता संतोष सिंह, श्याम मोहन सिंह, पिन्टू कुमार, प्रेम, मिथलेश कुमार थे।
रैफ ने किया मॉक ड्रील
शहर में मंगलवार की सुबह सड़कों पर रैपिड एक्शन फोर्स यानी रैफ की टीम उतरी। माक ड्रील किया और अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। रैफ की टीम ने सदर अस्पताल के सामने मुख्य गेट पर अपने माक ड्रील को अंजाम दिया। विपरित परिस्थितियों एवं किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने को लेकर टीम ने यह ड्रील किया। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में धनबाद में होने वाले चुनाव एवं किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए रैफ की यह कार्रवाई हुई है। मामले को लेकर एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि रैफ की टीम का यह अपना अभ्यास था।
धनबाद में तैनात हो सकती है एक बटालियन
रैफ के इस अभ्यास के बाद यह माना जा रहा है कि यहां पर रैफ की एक बटालियन की तैनाती हो सकती है। इस संबंध में एसएसपी ने कहा कि अभी अभ्यास हो रहा है। आगे की कार्रवाई पर सरकार स्तर से निर्णय लिया जाना है।