बदहाल बिजली व्यवस्था के खिलाफ झामुमो ने आंदोलन को चेताया
संस, निरसा : निरसा में बिजली की लचर व्यवस्था से आम ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए बुधवार
संस, निरसा : निरसा में बिजली की लचर व्यवस्था से आम ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए बुधवार को झामुमो का प्रतिनिधिमंडल अशोक मंडल के नेतृत्व में निरसा बिजली विभाग कार्यालय के कार्यपालक अभियंता एमके हांसदा से मिला। प्रतिनिधि मंडल में शामिल नेताओं ने कहा कि या तो बिजली व्यवस्था में सुधार किया जाय। अन्यथा आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
अशोक मंडल ने कहा कि निरसा क्षेत्र में तीन-तीन विद्युत उत्पादन केंद्र हैं। इसके बावजूद निरसा की जनता बिजली की समस्या से परेशान है। इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है। एक ओर राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास प्रतिदिन 20 घंटे से 22 घंटे तक बिजली देने का दावा करते हैं। निरसा में आमसभा में खुले मंच से मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि यदि आमलोगों को प्रतिदिन 20 घंटे बिजली मुहैया नहीं करवाया तो वोट मांगने नहीं आऊंगा। क्या मुख्यमंत्री अपने वादे पर कायम रहेंगे? वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की स्थिति बद से बदतर है। निरसा क्षेत्र में मुश्किल से 12 से 14 घंटे भी बिजली नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि हांसदा से कहा कि कुछ मैनडेज कर्मियों को विभाग में काम पर रख लिया है जबकि कई को कार्य पर नहीं रखा गया है। शेष कर्मियों को भी काम पर रखा जाए। ताकि बिजली विभाग के कार्य में तेजी आए। उन्होंने कहा कि यदि बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो झामुमो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
वही कार्यपालक अभियंता एमके हांसदा ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि बहुत जल्द बिजली व्यवस्था में सुधार कर लिया जाएगा। डीवीसी द्वारा बिजली कटौती करने के कारण परेशानी हो रही है। जल्द ही इस दिशा में सुधार कर लिया जाएगा। अन्य मांगों पर भी विभाग सकारात्मक पहल किया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में उपेंद्रनाथ पाठक, कमाख्या चौधरी, बादल तिवारी, संदीप गुप्ता, बाबू गोस्वामी, बामा चौबे, विकास तिवारी आदि शामिल थे।