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BCKU के अध्यक्ष एसके बक्शी का निधन, कोयला मजदूर शोकाकुल

सीटू नेता बिहार कोलियरी कामगार यूनियन के अध्यक्ष एसके बक्शी का निधन हो गया है। उनका निधन रविवार तड़के करीब 3 बजे हुआ। उनके निधन से धनबाद कोयलांचल में मजदूरों का झटका लगा है। वे कोयला मजदूरों की समस्याओं को लेकर हमेशा मुखर रहते थे।

By MritunjayEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 07:44 AM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 06:51 PM (IST)
BCKU के अध्यक्ष एसके बक्शी का निधन, कोयला मजदूर शोकाकुल
बिहार कोलियरी कामगार यूनियन के अध्यक्ष एके बक्शी ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। प्रसिद्ध मजदूर नेता एसके बक्शी का निधन हो गया है। वह करीब 85 साल के थे। सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें बीसीसीएल के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां से शनिवार की रात बेहतर इलाज के लिए दुर्गापुर स्थित मिशन अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल प्रबंधन ने भर्ती लेने से इन्कार कर दिया। इसके बाद रविवार तड़के दुर्गापुर से धनबाद लाने के क्रम में रास्ते में मृत्यु हो गई। बक्शी के निधन से धनबाद कोयलांचल के कोयला मजदूरों में शोक की लहर लाैड़ गई है। व मजदूरों की समस्याओं को लेकर हमेशा मुखर रहते थे।

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60 साल से कोयला मजदूरों के बीच थे सक्रिय

सीटू नेता और बिहार कोलियरी कामगार यूनियन के अध्यक्ष एसके बक्शी करीब 60 साल से धनबाद की धरती पर कोयला मजदूरों के बीच सक्रिय थे। कोयलांचल की मजदूर राजनीति के एक स्तंभ थे। वे जेबीसीसीआई के सदस्य और वर्तमान में बीसीसीएल संयुक्त सलाहकार समिति के सदस्य थे। बिहार कोलरी कामगार यूनियन के महामंत्री के पद को भी उन्होंने संभाला। उनके परिवार में दो बेटे और एक बेटी हैं। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को किया जाएगा। 

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कोल इंडिया ने बख्शी के निधन पर जताया शोक

कोल इंडिया लिमिटेड ने श्रमिक नेता एसके बख्शी के निधन पर शोक जताया है। कंपनी के कार्मिक व औद्योगिक संबंध निदेशक एसएन तिवारी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा है कि वह दिग्गज श्रमिक नेता थे। उन्होंने जीवन भर कोयला श्रमिकों के कल्याण के लिए काम किया। उनके हितों के लिए विभिन्न स्तर पर संघर्ष करते रहे। कोल इंडिया परिवार उनके निधन पर शोकाकुल है। ईश्वर उनके स्वजनों को इस दुख को सहने की क्षमता दे। बक्शी कोल इंडिया रिलीफ कमिटी के सदस्य थे। वह भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के केंद्रीय सलाहकार समिति के भी सदस्य थे। उधर बक्शी के झरिया स्थित आवास पर समर्थकों वह स्थानीय नेताओं का तांता लगा हुआ है। बक्शी के स्वजन उनके दूसरे पुत्र के धनबाद पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं। सीपीआईएम वह सीटू के कुछ नेता बंगाल से भी यहां पहुंचेंगे। दोपहर बाद 3:00 बजे बख्शी की शव यात्रा उनके आवास से मोहलबनी तक के लिए निकाली जाएगी। जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनका एक पुत्र व पुत्री धनबाद पहले ही पहुंच चुके हैं। आवास पर कई बीसीसीएल  अधिकारी भी पहुंचे व दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी।

सांसद-विधायक ने शोक व्यक्त किया

बक्शी के निधन की सूचना मिलते ही कोयलांचल में शोक की लहर दाैड़ गई। सांसद पीएन सिंह, विधायक राज सिन्हा, पूर्व विधायक अरूप चटर्जी, मानस चटर्जी, एसएस डे, इंटक के एके झा, मन्नान मलिक, बृजेंद्र प्रसाद सिंह, वीरेंद्र प्रसाद अंबष्ठ,  गोपी कांत बख्शी, ओम सिंह,  सतनारायण कुमार , कृष्णा, हरिप्रसाद पप्पू, पूर्व विधायक  आनंद महतो आदि ने शोक व्यक्त किया है। बिहार कोलरी कामगार यूनियन के वरीय नेता मानस चटर्जी ने बताया कि एसके बक्शी कोयला उद्योग की एक जुझारू नेता थे। उनकी अगुवाई में कई आंदोलन लड़े गए और जिसमें  सफलता मिली।  85 वर्षीय बख्शी हमेशा  मजदूर आंदोलन के लिए अगली पंक्ति में खड़े रहते थे।


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