Jagran Breaking: बेरमो सीओ ने प्रज्ञा केंद्र के मालिक पर फिल्मी अंदाज में की कार्रवाई...खुद बने विद्यार्थी, किया भष्ट्राचार का भंडा फोड़
भष्ट्राचार के आरोप में बेरमो सीओ ने प्रज्ञा केंद्र के मालिक पर कार्रवाई की है। केंद्र के मालिक विश्वजीत पॉल ने खुद बेरमो सीओ से आवसीय के एवज में पैसे मांगे। इस पर केंद्र पर पहुंच कर फिल्मी अंदाज में बेरमो सीओ मनोज कुमार ने कार्रवाई की।
अतुल कुमार सिंह, बेरमो: झारखंड में विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा ली जा रही है। जिसमे विद्यार्थियों से जाति, आवासीय प्रमाण पत्र आदि की मांग की जा रही है। बच्चे इसके लिए प्रज्ञा केंद्र का सहारा लेते है। ऐसे में जहां आवासीय प्रमाण पत्र का सरकारी शुल्क 30 रुपये है वहीं प्रज्ञा केंद्रों में तत्तकाल के नाम पर 700 रुपये चार्ज की सूचना जागरण को मिल रही थी। इसी के एवज में जागरण की टीम स्टिंग आपरेशन के तहत खुद से फुसरो स्थित प्रज्ञा केंद्र के मालिक विश्वजीत पॉल से पहले बात की और इसकी जानकारी बेरमो सीओ को दी।
बेरमो सीओ ने भी इस बात की पुष्टि के लिए जागरण की टीम के सामने ही उक्त प्रज्ञा केंद्र में नंबर मिलाया। सीओ मनोज कुमार खुद विद्यार्थी बन कहा कि मेरा जाती प्रमाण पत्र बनाना है कितना लगेगा। इस पर उसने कहा कि पहले आवसीय बनेगा। अगर तत्तकाल में बनाएंगे तो 700 रुपये लगेगा। उसकी बात सुन सीओ साहब भी सख्ते में थे। उन्होंने बोला भी की सरकारी रेट तो 30 रुपये ही फिर बाकी का 670 रुपये किस बात के लिए। इस बात पर उसने कहा की आइए ऑफिस में सामने से बता देंगे। फोन पर कितना बताएं। सीओ साहब भी ने भी प्रज्ञा केंद्र का पता पुछ तुरंत केंद्र पर जा धमके और और फिल्मी अंदाज में कार्रवाई की। उक्त प्रज्ञा केंद्र के मालिक विश्वजीत पॉल पर प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही। कहा कोट में मै खुद तुम्हारे खिलाफ केस लड़ूंगा। साथ ही यह भी कहा की तुम सरकार को बदमान कर रहे हो। सभी लोग सोचते होंगे की सीओ ऑफिस में पैसा लिया जाता है। कहा की गरीब बच्चे घूस देकर आवासीय व जाती प्रमाण पत्र बनाएंगे तो पढ़ लिख कर जब नौकरी करेंगे तो कहां से अच्छे नागरिक बन पाएंगे। सीआई को प्रज्ञा केंद्र को तुरंत सील करने का आदेश दिया।
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