Bermo Byelection 2020: कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन के बाद बोले सीएम हेमंत, डबल इंजन की सरकार ने पांच हजार करोड़ कर्ज का बोझ दिया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कोरोना की वजह से पूरा सिस्टम चौपट हो गया। लोगों का रोजगार छिन गया। रेलवे स्टेशन कोयला खदान से लेकर ट्रेन तक अपने नजदीकी कॉरपोरेट घरानों को दिया जा रहा है जिसका राज्य सरकार ने विरोध किया।
बोकारो, जेएनएन। Bermo Byelection 2020 बेरमो उप चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी कुमार जयमंगल सिंह के नामांकन के बाद जैनामोड़ के बांधडीह मैदान में सीएम हेमंत सोरेन ने चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान वे केंद्र की मोदी सरकार व भाजपा पर जमकर बरसे। प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पूरे देश में कोरोना फैलाने का काम किया है। यही जनता के लिए सरकार की ओर से सौगात थी।
हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि कोरोना की वजह से पूरा सिस्टम चौपट हो गया। लोगों के हाथ से रोजगार छिन गया। रेलवे स्टेशन, कोयला खदान से लेकर ट्रेन तक अपने नजदीकी कॉरपोरेट घरानों को दिया जा रहा है। केंद्र की सरकार अडानी और अंबानी के कर्ज के एहसान को उतारने के लिए राज्य की खनीज संपदा एवं रेलवे को बेच रही है जिसका राज्य सरकार ने विरोध किया और झारखंड के कोयले की खदानों को निजीकरण करने से रोका। सहायक पुलिस, शिक्षक भर्ती में उल्टा काम करके सरकार चली गई और अब हमारे नौजवान परेशान है। वर्तमान सरकार एक-एक कर पूरे मुद्दों को सलटाने का काम करेगी।
उन्होंने कहा कि कुमार जयमंगल केवल कांग्रेस के नहीं महागठबंधन के प्रत्याशी हैं। जिस प्रकार स्व. राजेंद्र सिंह का चुनाव आप लोगों ने पांच वर्ष के लिए किया था। शेष चार वर्ष के लिए उनके पुत्र को अपना आशीष दें। इस दौरान कार्यक्रम में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, विधायक प्रदीप यादव, इरफान अंसारी, पूर्व विधायक स्व. राजेंद्र सिंह की पत्नी रानी देवी, कुमार गौरव, उमाशंकर अकेला, पूर्व विधायक योगेंद्रर महतो, राजेश ठाकुर, मंजूर अंसारी, हीरालाल मांझी सहित अन्य ने अपने विचार दिए।
डबल इंजन ने दिया कर्ज का बोझ : सीएम ने कागज दिखाते हुए कहा कि यह डीवीसी का बिजली बिल है। जब वे सरकार में थे तो डीवीसी का बकाया शून्य कर दिया था, लेकिन उसके बाद भाजपा के नेतृत्व में बनी रघुवर दास की सरकार जो अपने को डबल इंजन की सरकार बोलती थी उस सरकार ने पांच साल तक एक रुपया डीवीसी को नहीं दिया। जाते-जाते हमारी सरकार पर पांच हजार करोड़ का खर्ज छोड़ दिया जिसका भरपाई राज्य सरकार को करना है। डीवीसी केंद्रीय उपक्रम है तो केंद्र सरकार रियायत नहीं दे रही।