Dhanbad में लॉकडाउन की सख्ती से पहले बसों को जमकर मिले हमसफर...ये हैं नियम
लॉकडाउन लागू होने से ठीक एक दिन पहले बस स्टैंड में यात्रियों की भीड़ बढ़ गई। सीटें फुल होने के बाद हर तरफ यात्री खड़े होकर यात्रा करते नजर आए। इस दौरान शारीरिक दूरी की थोड़ी कमी दिखी पर लोग मास्क पहने नजर आए।
धनबाद, जेएनएन : लॉकडाउन लागू होने से ठीक एक दिन पहले बस स्टैंड में यात्रियों की भीड़ बढ़ गई। सीटें फुल होने के बाद हर तरफ यात्री खड़े होकर यात्रा करते नजर आए। इस दौरान शारीरिक दूरी की थोड़ी कमी दिखी पर लोग मास्क पहने नजर आए। सीट क्षमता से अधिक यात्रियों का बैठाने और बसों में लाने ले जाने सहित नियमों की अनदेखी का सिलसिला पूरे दिन चलता रहा।
दूसरे जिलों के लिए जाने वाली बसों में बैठे यात्रियों को देखकर ऐसा लगा कि संक्रमण से बचाव के लिए नियमों का पालन करना जरूरी नहीं है। नियमों की जमकर अनदेखी हुई पर लोगों को तो अपने-अपने घर पहुंचना था। लॉकडाउन लागू होने से पहले अपने घर जाने वालों में प्रवासी मजदूरों के अलावा अन्य लोगों ने भी घरों की ओर रुख कर लिया। धनबाद में मजदूरी करने वाले तथा अन्य प्राइवेट संस्थानों में काम करने वाले, घर से दूर धनबाद में अकेले रहने वाले युवाओं ने भी अपने घरों तक पहुंचने के लिए बस, टैक्सी तथा अन्य सवारी वाहनों का सहारा लिया। हालांकि लॉकडाउन के दौरान सभी आवश्यक सेवाएं चलती रहेंगी, फिर भी पिछले साल की तरह इस बार भी लॉकडाउन लंबा न हो जाए, लोगों में इसकी चिंता भी दिखी।
धनबाद से खुली 67 बसें
कोरोना से उपजे हालात के बाद बसों यात्रियों की संख्या कम होने लगी थी। बस स्टैंड धनबाद से जहां प्रतिदिन 100 से भी अधिक बसों का परिचालन होता है वहीं रोजाना 10-12 बसें ही चल रही थी। 16 से लॉकडाउन के दौरान बसों का परिचालन बंद होना है। जिसको लेकर शनिवार को बसों से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या अचानक बढ़ गई। इस दौरान शाम तक 67 बसें रांची, जमशेदपुर, गिरीडीह, बोकारो, देवघर, हजारीबाग सहित अन्य जिलों के खुली।
बसों के लिए करना पड़ा लंबा इंतजार
शाम के वक्त बसों में भीड़ बढ़ने की वजह से यात्रियों को बस स्टॉप पर काफी इंतजार करना पड़ा। सभी को घर पहुंचने की जल्दी थी, ऐसे में सीटें फ़ुल होने की वजह से अधिक इंतजार करना पड़ा।
एक की गलती, खामियाजा भुगतेंगे सैकड़ों
बसों में 50 फीसदी यात्री में भी आवश्यक सेवाओं से जुड़े और जरूरी कार्यों के लिए ही यात्रा की अनुमति है। यात्रियों ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान नियमों का पालन करते हुए संक्रमण से बचाव करने की दिशा में सभी को सोचना चाहिए। इससे न केवल खुद बल्कि सभी को बचाव है। थोड़ी भी लापरवाही से हालात पहले ही बिगड़ चुके हैं, अब इसे नियंत्रित करने में सभी को सजग रहना होगा। एक भी व्यक्ति की अनदेखी का खामियाजा सैकड़ों लोगों को भुगतना पड़ सकता है।