घपले-घोटालों की फेहरिस्त में कुस्तौर के बाद अब लोदना एरिया का नाम Dhanbad News
लोदना क्षेत्र के घपलों के कारण तत्कालीन सीएमडी निदेशक समेत कई बड़े अधिकारी सीवीसी व सीबीआइ के रेडार पर हैं। अधिकारियों की कोल शॉर्टेज के घपले में गर्दन फंसनी तय मानी जा रही है।
धनबाद, जेएनएन। देश को कोयले के रूप में ऊर्जा देने वाली बीसीसीएल कंपनी का घपलों से पुराना नाता है। 2011 में भी बीसीसीएल के कुस्तौर क्षेत्र में घोटालों की जो फेहरिस्त उजागर हुई थी उससे पूरा कोल इंडिया हिल गया था। उस समय एक ठेकेदार की घपलों में मुख्य भूमिका थी। उसका जो करीबी हुआ वह फंसता चला गया। कुछ ऐसा ही हाल अब लोदना क्षेत्र का हो गया है।
सीबीआइ जब गहराई से छानबीन करेगी तो यहां के भी करीब एक दर्जन अधिकारियों की कोल शॉर्टेज के घपले में गर्दन फंसनी तय मानी जा रही है। लोदना क्षेत्र के घपलों के कारण तत्कालीन सीएमडी, निदेशक समेत कई बड़े अधिकारी सीवीसी व सीबीआइ के रेडार पर हैं। लोदना की नार्थ तिसरा परियोजना के विस्तारीकरण के मामले में अधिकारियों की मिलीभगत की बात सामने आ चुकी है। रिपोर्ट तैयार करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो चुकी है। ओवररिपोर्टिंग में भी एक जीएम सहित छह अधिकारियों को चार्जशीट हो चुकी है। ओवररिपोर्टिंग में नकदी का भी खेल हुआ है।
ओबी हटाने से लेकर, ट्रांसपोर्टिंग में भी खेल होता है। मेगा प्रोजेक्ट के नाम पर भी यहां घपला हो चुका है। पांच सौ करोड़ की निविदा को 22 सौ करोड़ तक करने की अनुशंसा करने का मामला इसी लोदना क्षेत्र में सामने आया था। हालांकि मंत्रालय ने गंभीरता दिखाई तो उस निविदा को रद किया गया था।