2019-20 के एमओयू रेटिंग में बीसीसीएल सर्वोत्कृष्ट कंपनी, आठ कंपनियों में सात का प्रदर्शन एक्सीलेंट
उत्पादन घटने के बावजूद केद्र सरकार की नजर में बीसीसीएल एक्सीलेंट कंपनी है। दर असल सरकार ने वित्तीय वर्ष के 2019-20 का एमओयू रेटिंग जारी कर दी है। इसके मुताबिक कोल इंडिया व उसकी सात कोल कंपनियों को उत्कृष्ट (एक्सीलेंट) रेटिंग मिली है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: उत्पादन घटने के बावजूद केद्र सरकार की नजर में बीसीसीएल एक्सीलेंट कंपनी है। दर असल सरकार ने वित्तीय वर्ष के 2019-20 का एमओयू रेटिंग जारी कर दी है। इसके मुताबिक कोल इंडिया व उसकी सात कोल कंपनियों को उत्कृष्ट (एक्सीलेंट) रेटिंग मिली है।
इसमें बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल, सीएमपीडीआइ, डब्ल्यूसीएल, एनसीएल, एसईसीएल आदि कोल कंपनियां शामिल हैं। सिर्फ डब्ल्यूसीएल को वेरी गुड रेटिंग मिली है। बता दें कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में बीसीसीएल का प्रदर्शन सबसे खराब रहा था। कारण, कोल इंडिया की सभी आठों कंपनियों में सिर्फ बीसीसीएल को ही एमओयू रेटिंग गुड (अच्छा) मिली थी, जबकि अन्य कंपनियों को वेरी गुड या एक्सीलेंट रेटिंग मिली थी।
पीआरपी पर पड़ेगा असर: कंपनी इस प्रदर्शन का असर अधिकारियों के परफारमेंस रिलेटेड पे पर भी पड़ेगा। कोल माइंस ऑफिसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया के बीसीसीएल शाखा के पूर्व महासचिव भवानी बंदोपाध्याय ने कहा कि अधिकारियों को मिलने वाले पीआरपी में तीन चीजें देखी जाती हैं। पहला यह कि कोल इंडिया मुनाफा में है या नहीं और दूसरा कि कंपनी एक्सीलेंट है या नहीं। इसके अलावा अधिकारी का पर्सनल कैरेक्टर भी देखा जाता है। अब यह तय हो गया है कि जिस अधिकारी का कैरेक्टर गड़बड़ नहीं है, उसे सौ फीसद पीआरपी मिलेगा।
2019-20 में कोल कंपनियों का एमओयू स्कोर:
बीसीसीएल: उत्कृष्ट
ईसीएल: उत्कृष्ट
सीसीएल: उत्कृष्ट
एनसीएल: उत्कृष्ट
डब्ल्यूसीएल: उत्कृष्ट
एसईसीएल: उत्कृष्ट
एमसीएल: बहुत अच्छा
सीएमपीडीआइ: उत्कृष्ट
कोल इंडिया: उत्कृष्ट