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पीके राय कॉलेज में महिला छात्रावास बनाने बीबीएमकेयू सिंडिकेट ने दी मंजूरी

धनबाद बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय सिडिकेट की बैठक गुरुवार को कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान बोकारो स्टील सिटी कॉलेज में निर्माण और सामान खरीद के प्रस्ताव को तत्काल रद कर दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Aug 2020 01:54 AM (IST)Updated: Fri, 28 Aug 2020 01:54 AM (IST)
पीके राय कॉलेज में महिला छात्रावास बनाने बीबीएमकेयू सिंडिकेट ने दी मंजूरी
पीके राय कॉलेज में महिला छात्रावास बनाने बीबीएमकेयू सिंडिकेट ने दी मंजूरी

धनबाद : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय सिडिकेट की बैठक गुरुवार को कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान बोकारो स्टील सिटी कॉलेज में निर्माण और सामान खरीद के प्रस्ताव को तत्काल रद कर दिया गया। दूसरी ओर पीके राय कॉलेज में महिला छात्रावास बनाने को मंजूरी दी गई।

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यूजीसी 2010 के सभी नियमों का परिनियम बनाया गया, पेंशनभोगियों को ऑनलाइन लाइफ सर्टिफिकेट की व्यवस्था दी गई। शिक्षकों की प्रोन्नति के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। समिति में प्रति कुलपति डॉ. अनिल कुमार महतो, प्रॉक्टर डॉ. मीना श्रीवास्तव, पीके राय कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बीके सिन्हा और एसएसएलएनटी की प्राचार्य डॉ. शर्मिला रानी को रखा गया है।

बताया गया कि बोकारो स्टील सिटी कॉलेज को आउटडोर स्टेडियम बनाने की अनुमति दी गई थी। कॉलेज के लिए कई सामानों के क्रय करने संबंधी प्रस्ताव भी दिया गया था। यहां वित्तीय अनियमितता की बात सामने आयी। इसलिए निर्माण व सामान की खरीद का प्रस्ताव रद कर दिया गया। पीके रॉय कॉलेज में 70 लाख रुपये में महिला छात्रावास बनाने को लेकर राशि आवंटित की गई थी, सिंडिकेट ने इसके निर्माण को मंजूरी दे दी। निर्माण शुरू होने से पहले वित्तीय सलाहकार और राज्य सरकार से आदेश लिया जाएगा।

पेंशनधारियों को मिली राहत : सिडिकेट ने पेंशनधारियों को राहत दी है। अब इन्हें अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने के लिए शारीरिक रूप से उपस्थित नहीं होना होगा। ऑनलाइन ही उनका प्रमाण पत्र स्वीकार कर लिया जाएगा। कर्मचारियों की 15 सालों से लंबित पेंशन के मामले पर पेंशन निर्धारण करने की अनुमति दी गई है। एकेडिमक काउंसिल के निर्णयों को मिली स्वीकृति :

हाल में संपन्न हुए एकेडमिक काउंसिल की बैठक में स्नातक व स्नातकोत्तर के नए पाठयक्रम समेत कई अन्य मामलों पर निर्णय लिया गया था। इनको लागू करने पर सिडिकेट ने अपनी सहमति प्रदान की है। इन निर्णयों को मिली सहमित

- स्नातक व स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के सिलेबस में बदलाव ।

- पीएचडी रेगुलेशन में संशोधन, सिफर के साथ नया एमओयू ।

- प्रत्येक डीएसइ एक ही विषय का विकल्प होता था, लेकिन अब छात्रों को प्रत्येक पेपर तीन टॉपिक्स का विकल्प होगा।

- पीजी सेमेस्टर तीन में स्पेशलाइजेशन पेपर (इलेक्टिव) 13 और 14 के लिए छात्रों के पास तीन-तीन पेपर का विकल्प होगा। - पीजी सेमेस्टर फोर में इलेक्टिव पेपर 15 में छात्रों के लिए तीन विकल्प होंगे। - अब 100 के जगह 70 अंकों का प्रोजेक्ट होगा। - शेष 30 अंकों के लिए अब छात्रों को रिसर्च मेथडोल़ॉजी की पढ़ाई करनी होगी। - पीजी सेमेस्टर तीन (सत्र 2018-20) के जुलॉजी, फिजिक्स, केमेस्ट्री और बॉटनी के पेपर नाइन में छात्रों को प्रैक्टिकल परीक्षा का असाइनमेंट करना होगा। यह प्रैक्टिकल 30 अंकों का होगा। इस पेपर के शेष 70 अंक पिछले सेमेस्टर की परीक्षा मिले के कुल प्राप्तांक के आधार पर दिया जाएगा। - सिफर के साइंटिस्ट, रिसर्च स्कॉलर और टेक्निकल अधिकारी बीबीएमकेयू से पीएचडी कर सकेंगे। - मॉस कॉम, फॉरेन लैंग्वेज, आ‌र्ट्स एंड कल्चर जैसे विभाग के छात्र देश के किसी भी विवि के शिक्षक को अपना गाइड बना सकते हैं। - तीन नए कॉलेजों में शिक्षकों के पद सृजन के प्रस्ताव को दी मंजूरी।


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