पीके राय कॉलेज और एसएसएलएनटी को ऑटोनमस बनाएगा बीबीएमकेयू, UPSC-NET को टारगेट कर तैयार हो रहा नया सिलेबस Dhanbad News
BBMKU की पहली प्राथमिकता स्नातक और पीजी के सिलेबस में बदलाव की है। ऐसा सिलेबस तैयार किया जा रहा है जिससे छात्रों को यूपीएससी और नेट की तैयारी करने में मदद मिले।
धनबाद, जेएनएन। बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (BBMKU) के लिए साल 2019 उतार-चढ़ाव भरा रहा। साल की शुरुआत के साथ ही सीनेट की पहली बैठक में राज्यपाल के आगमन ने विवि पदाधिकारियों का उत्साह बढ़ाया। आइआइटी आइएसएम के रजिस्ट्रार को बतौर रजिस्ट्रार इस विवि की कमान सौंपी गई। अन्य भी कई बदलाव हुए, पर एडमिशन में गड़बड़ी को लेकर विवि की खासी किरकिरी हुई। बीएड शुल्क में बढ़ोतरी को लेकर भी हंगामा हुआ। अब इन सब से इतर विवि प्रशासन नये साल में नये बदलाव की तैयारियां में जुट गया है।
विवि की पहली प्राथमिकता स्नातक और पीजी के सिलेबस में बदलाव की है। ऐसा सिलेबस तैयार किया जा रहा है जिससे यूपीएससी और नेट की तैयारी करने में मदद मिले। इसके साथ ही शहर के दो संस्थान पीके मेमोरियल कॉलेज और एसएसएलएनटी महिला कॉलेज को ऑटोनमस का दर्जा दिलाने की भी तैयारी की जा रही है। भवन की कमी भी नये साल में नहीं रहेगी। भेलाटांड़ में बीबीएमकेयू का नया एकेडमिक कांप्लेक्स बनकर तैयार हो रहा है। जुलाई तक भवन पूरी तरह तैयार हो जाएगा जहां अगस्त से कक्षाएं भी शुरू करने की योजना है।
फरवरी में बीबीएमकेयू का पहला दीक्षांत समारोह : फरवरी 2020 में बीबीएमकेयू अपना पहला दीक्षांत समारोह मनाएगा। इसमें स्नातक और पीजी की पढ़ाई पूरी करने वाले छात्र छात्राओं को डिग्री प्रदान की जाएगी। दीक्षांत समारोह में झारखंड की सांस्कृतिक झलक भी दिखेगी।
23 मार्च को बीबीएमकेयू मनाएगा स्थापना दिवस : इस बार 23 मार्च को बीबीएमकेयू अपना स्थापना दिवस धूमधाम से मनाएगा। इसे लेकर अभी से ही प्लानिंग शुरू कर दी गई है। विवि अपना कुलगीत भी इसी दिन लांच करेगा। अन्य कई नई योजनाओं की भी शुरुआत होगी।
धनबाद-बोकारो के कॉलेजों को मिलेंगे 353 नये शिक्षक : विवि के अधीन धनबाद और बोकारो के कॉलेजों में 353 नये शिक्षकों की नियुक्ति हागी। इससे जुड़ा प्रस्ताव विवि प्रशासन ने एचआरडी को भेज दिया है। माना जा रहा है कि मार्च से पहले यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
असिस्टेंट प्रोफेसर - 290
एसोसिएट प्रोफेसर - 42
प्रोफेसर - 21
इस साल भी शुरू नहीं हो सकी विदेशी भाषाओं की पढ़ाई : फ्रेंच, जर्मन और जापानी जैसी विदेशी भाषाओं की पढ़ाई शुरू करने में बीबीएमकेयू में इस साल भी नाकामयाब रहा। पिछले साल अर्हता पूरी नहीं होने के कारण विदेशी भाषा की पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी थी। इस साल पहले सिंडिकेट फिर एकेडमिक काउंसिल की बैठक में कई संशोधन के बाद इस कोर्स को शुरू करने की मंजूरी दे दी गई। इसके बाद भी कोर्स शुरू नहीं हो सका।
मार्च तक सभी विभागों में शिक्षकों की कमी दूर करने की कोशिश : बीबीएमकेयू के कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पूरी कोशिश होगी कि शहर के दो बड़े कॉलेज को ऑटोनमस का दर्जा मिल जाए। मार्च तक सभी विभागों में शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी। अगस्त से नये भवन में पढ़ाई शुरू कर देना है।