सत्ता परिवर्तन के बाद भी जारी है वर्चस्व की लड़ाई, बेनीडीह में ढुलू और जलेश्वर समर्थकों में झड़प Dhanbad News
बेनीडीह कोल डंप में बाघमारा विधायक ढुलू महतो व पूर्व विधायक जलेश्वर महतो के समर्थकों के बीच झड़प हो गई। बाघमारा पुलिस सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची। दोनों पक्षों के लोगों को खदेड़ कर भगाया। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर हाथापाई हुई।
बाघमारा, जेएनएन। कोयले के धंधे में काली कमाई के लिए बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में झारखंड में बदनाम हो चुका है। इस इलाके में आए दिन भाजपा विधायक ढुलू महतो और दूसरे दलों के नेताओं के बीच टकराव होते रहता है। उम्मीद की जा रही थी कि झारखंड में सत्ता परिवर्तन के बाद बाघमारा में वर्चस्व की लड़ाई थम जाएगी। लेकिन ऐसा होते हुए नहीं दिख रहा है। झारखंड में भाजपा सरकार की विदाई और झामुमो गठबंधन सरकार के आगमन के एक साल होने चले हैं। इसके बावजूद बाघमारा में वर्चस्व की लड़ाई बदस्तूर जारी है।
ब्लॉक दो क्षेत्र के बेनीडीह कोल डंप में मंगलवार को बाघमारा विधायक ढुलू महतो व पूर्व विधायक जलेश्वर महतो के समर्थकों के बीच झड़प हो गई। बाघमारा पुलिस सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची। दोनों पक्षों के लोगों को खदेड़ कर भगाया। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर हाथापाई हुई। जलेश्वर समर्थकों का आरोप है कि विधायक समर्थक प्रति ट्रक पांच हजार रुपये रंगदारी मांग रहे थे। हालांकि दोनों पक्ष मारपीट की बात से इन्कार कर रहे हैं।
दरअसल बेनीडीह में मंगलवार को मेसर्स शेर बहादुर सिंह, मेसर्स कन्हाई चौहान व जय मां काली इंटरप्राइजेज के डीओ पर तीन ट्रक कोयला लेने के लिए आए थे। कोयला लोडिंग के दौरान दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। मेसर्स शेर बहादुर के अधिकृत प्रतिनिधि विकास सिंह ने कहा कि वे कोयला लोडिंग के लिए ट्रक लेकर डंप में पहुंचे तभी वहां विधायक समर्थकों ने प्रति ट्रक पांच हजार रुपये रंगदारी मांगी। कहा कि जब तक रंगदारी नहीं दोगे तब तक कोयला लोड नहीं होने दिया जाएगा। इसी बात पर विवाद हो गया। जलेश्वर समर्थकों का यह भी आरोप है कि ब्लाक दो प्रबंधन डंप में जानबूझ कर कोयले की आपूॢत नहीं कर रहा है। इससे भी विवाद पैदा हो रहा है।
उधर विधायक ढुलू समर्थक व असंगठित मजदूरों के नेता गोपाल चौहान का कहना है कि जलेश्वर समर्थक फुलारीटांड़, मंदरा, डुमरा से बाहरी लोगों को लाकर यहां बतौर मुंशी काम कराना चाह रहे थे। जबकि यहां तो पहले से ही लोग काम कर रहे हैं। उनकी इस मंशा का हमलोगों ने विरोध किया। पुलिस के आने के बाद तीनों ट्रकों पर कोयला लोड हो सका। फिलहाल माहौल तनावपूर्ण है। बेनीडीह डंप में ई-ऑक्शन के तहत सिंडिकेट से अलग मेसर्स शेर बहादुर को 50 टन, कन्हाई चौहान को तीन सौ तथा जय मां काली के डीओ पर 50 टन कोयले का आवंटन हुआ है।
सूचना पाकर डंप पहुंचे जहां दोनों पक्ष जुटे हुए थे। उनको वहां से हटाया गया। अभी तक किसी ने लिखित शिकायत नहीं दी है।
-संतोष कुमार झा, थाना प्रभारी, बाघमारा