आधारभूत संरचनाओं पर कोल इंडिया खर्च करेगी 9.5 हजार करोड़ रुपये
जागरण संवाददाता, धनबाद: कोल इंडिया चालू वित्तीय वर्ष में कैपिटल बजट के रूप में 95 सौ करोड़ रुपये ख
जागरण संवाददाता, धनबाद: कोल इंडिया चालू वित्तीय वर्ष में कैपिटल बजट के रूप में 95 सौ करोड़ रुपये खर्च करेगी। कोयला मंत्रालय से इसकी मंजूरी मिल गई है। हाल में दिल्ली में हुई उच्च स्तरीय बैठक में कोल इंडिया प्रबंधन ने आधारभूत संरचना पर होनेवाले खर्च पर रिपोर्ट पेश की। जमीन अधिग्रहण, एचईएमएम (हैवी अर्थ मूवर मशीन) व परियोजना विस्तार जैसे अहम काम इस रकम से किए जाएंगे।
दरअसल 2017-18 में कोल इंडिया का उत्पादन लक्ष्य 60 करोड़ टन है। 2020 तक कोयला उत्पादन लक्ष्य एक अरब टन रखा गया है। कंपनी बजट में स्वीकृत राशि से सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट, सोलर एनर्जी, रेल लाइन निर्माण, फर्टिलाइजर, कोल गैसीफिकेशन, कोल बेड मीथेन जैसी परियोजनाओं को गति देगी।
बीसीसीएल को मिले 730 करोड़: बीसीसीएल को 730 करोड़ रुपये कैपिटल बजट में खर्च करने को मिले हैं। किस मद में कितना खर्च करना है इसका प्रस्ताव प्रोजेक्ट एंड प्लानिंग विभाग ने बोर्ड में भेज दिया है। बोर्ड की मंजूरी के बाद रकम विभाग को दे दी जाएगी। मालूम हो कि पर्यावरणीय स्वीकृति में विलंब और अन्य कारणों से कोल इंडिया की चार दर्जन परियोजनाएं अपने उत्पादन लक्ष्य से पीछे चल रही हैं।
विदेशों में धातु परियोजनाएं लेने की दिशा में कोल इंडिया: कोल इंडिया ने विदेशों में धातु की खदानें लेने का मन बनाया है। इन परियोजनाओं के लिए संबंधित पक्षों से बातचीत शुरू की गई है। लौह अयस्क, बॉक्साइट और मैगनीज के खनन की कोल इंडिया तैयारी कर रही है।
''कैपिटल बजट की रकम मिल गई है। 95 सौ करोड़ की रकम इस साल नई योजनाओं पर खर्च होगी। नई परियोजनाओं में सबसे अधिक समस्या जमीन की है। जमीन अधिग्रहण व भारी मशीन की खरीदारी कर परियोजना को गति देंगे।''
- विनय दयाल, तकनीकी निदेशक, कोल इंडिया लिमिटेड