Bank Strike: दूसरे दिन भी हड़ताल जारी, एटीएम भी देने लगे जवाब
Bank strike countinue in Second day in Dhanbad यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले नौ यूनियनों का दो दिवसीय हड़ताल सोमवार से शुरू हो गया है। यूनियनों ने दो सरकारी बैंकों के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में यह हड़ताल बुलाई है।
धनबाद, जेएनएन। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले 9 यूनियनों का 15 मार्च से दो दिवसीय बैंक हड़ताल के दूसरे दिन भी बैंकों का कामकाज ठप है। इस कारण कैश को लेकर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चुकी हड़ताल के कारण एटीएम से कैश की निकासी अधिक हुई जिसके कारण कई एटीएम बंद हो गए। यूनियंस ने दो सरकारी बैंकों के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में यह हड़ताल बुलाई है। जिसका असर धनबाद में दूसरे दिन भी है।
हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को धनबाद स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा के समक्ष सैकड़ो की संख्या में हड़ताली बैंक कर्मी पोस्टर बैनर के साथ जमा हो कर सरकार के फैसले का विरोध करते दिखे। इस दौरान यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के संयोजक प्रभात चौधरी ने कहा कि सरकार बैंको का निजीकरण कर इन्हे कॉर्पोरेट घराने को देने के फ़िराक में है, जो बैंको में कार्यरत कर्मियों के अलावा आम जनता के भी हित में नहीं है। उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय हड़ताल के दौरान धनबाद की लगभग 250 बैंक शाखाएं बंद रही। इसके साथ ही प्रतिदिन होने वाले करीब 500 करोड़ रूपये का लेनदेन भी प्रभावित हुआ है। 2 दिनों में एक हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है।
गौरतलब है कि पिछले महीने पेश हुए आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी विनिवेश योजना के तहत दो सरकारी बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी। इन दो बैंकों का निजीकरण वित्त वर्ष 2021-22 में किया जाना है। इससे पहले सरकार आईडीबीआई बैंक में अपनी बहुसंख्यक हिस्सेदारी साल 2019 में एलआईसी को बेचकर इसका निजीकरण कर चुकी है। साथ ही सरकार पिछले चार वर्षों मं 14 सरकारी बैंकों का विलय भी कर चुकी है।