रेल का खेल... पठानकोट से बरकाकाना के लिए बुक था सेना के जवान का सामान, पहुंच गया संबलपुर; डीआरएम ने बताई वजह
जवान के घर वालों को पता चला कि पार्सल क्लर्क एक छुट्टी पर रहने की वजह से उसका सामान नहीं उतारा गया। काफी ढूंढने के बाद जवान ने धनबाद डीआरएम को ट्वीट कर मामले की शिकायत की। डीआरएम ने बताया गया कि उनका सामान संबलपुर चला गया है।
धनबाद, जेएनएन। रेलवे की पार्सल व्यवस्था बुरी तरह बेपटरी हो गई है। पार्सल कर्मचारियों की लापरवाही उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन रही है। पिछले 24 घंटे में ऐसे 2 मामले आए जिनमें पार्सल कर्मचारियों की लापरवाही से कभी बीच रास्ते में ही सामान उतर गया तो कभी सामान उतारा ही नहीं गया और वह दूसरे स्टेशन पर पहुंच गया। सेना के जवान संजीव ने पठानकोट से बरकाकाना तक के लिए अपना सामान बुक कराया था। जम्मूतवी-संबलपुर स्पेशल ट्रेन से उसका सामान आना था। ट्रेन बरकाकाना पहुंची पर उसका सामान उतारा नहीं गया और ट्रेन खुल गई। बरकाकाना रेलवे स्टेशन पर सामान नहीं मिलने पर सेना के जवान के परिवार वाले काफी परेशान हुए।
@RailMinIndia I woke in Army I booked my house hold items from Pathankot city to Barkakana jn on 20 May 2021. Items loaded on Train No 08310. I was also in train. At Barkakana my luggage not unloaded as on duty booking clerk absent from duty. A soldier family facing problem, help
डीआरएम ने दी संबलपुर पहुंचने की जानकारी
बाद में जानकारी लेने पर जवान के घर वालों को पता चला कि पार्सल क्लर्क एक छुट्टी पर रहने की वजह से उसका सामान नहीं उतारा गया। काफी ढूंढने के बाद जवान ने धनबाद डीआरएम को ट्वीट कर मामले की शिकायत की। डीआरएम ने पहले पार्सल रिसिप्ट मांगा। बाद में उन्हें बताया गया कि उनका सामान ओवर कैरी होकर संबलपुर चला गया है। मामले की सूचना संबलपुर डीआरएम को दे दी गई है।
धनबाद के बदले गया में उतारे गए सामान
इससे पहले मुंबई मेल में भी पार्सल बुक कराने वाले यात्री को काफी परेशानी हुई। महाराष्ट्र के कल्याण से धनबाद तक के लिए आठ सामान बुक कराए गए थे, जिनमें तीन सामान ही यात्री को धनबाद पार्सल से मिले। जब उसने डीआरएम से ट्वीट कर मामले की शिकायत की तो बताया गया कि उसके आधे से ज्यादा सामान गया में उतार लिया गया है जिन्हें दूसरी ट्रेन से भेजा जाएगा। पार्सल बुक कराने वाले ने यह शिकायत भी की कि पार्सल के लिए उन्हें बिल ₹7900 का दिया गया जबकि कल्याण में पार्सल बुक करने वाले कर्मचारी ने ₹14000 वसूले। मामले को मुंबई डीआरएम को फॉरवर्ड कर दिया गया और वहां से सिर्फ इतना ही जवाब आया कि इंक्वायरी की जा रही है।