Auraiya Road Accident: दो महीने में हेमंत सरकार ने पूरे किए वादे, खेद जता मंत्री ने बांटे मुआवजा राशि के चेक
Auraiya Road Accident 15 मई को हुए औरेया सड़क हादसे में झारखंड के बोकारो के 13 मजदूरों की दर्दनाक माैत हो गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने 4-4 लाख रुपये मुआवजा देन की घोषणा की थी।
बोकारो, जेएनएन। Auraiya Road Accident देर से ही सही लॉकडाउन के दौरान 15 मई को यूपी के औरेया में सड़क दुर्घटना में मारे गए बोकारो के 13 प्रवासी मजदूरों के परिजनों की झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने सुध ली है। दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी। घटना के पांच दिन बाद ही यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पीड़ितों के घर मुआवजा राशि का चेक भिजवा दिया था। इसके बाद से ही परिजन झारखंड की हेमंत सरकार की घोषणा पूरी होने का इंतजार कर रहे थे। सोमवार को शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा घोषित सहायता राशि का भुगतान पीड़ित परिवारों के बीच किया।
देरी पर मंत्री ने जताया खेद
सोमवार को चास प्रखंड के गोपालपुर एवं खेराबेड़ा गांव के 13 मृत प्रवासी मजदूरों के परिजनों को सरकार द्वारा घोषित मुआवजे की राशि प्रदान की गई। मृतकों के आश्रितों को मुआवजा देने से पहले अपने संबोधन में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री जगरनाथ महतो ने देरी के लिए खेद जताया और कहा कि वर्तमान में झारखंड में गरीबों की सरकार है। कोरोना के कारण कुछ देर हुई है पर सरकार किसी भी गरीब को छोड़ेगी नहीं। सभी को साथ लेकर चलेंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस बात से दुखी हैं कि इतने कल कारखाने के बावजूद हमारे लोगों को बाहर काम करने जाना पड़ता है। उन्होंने 13 मृत प्रवासी मजदूरों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए तथा 4 घायलों को 50-50 हजार रुपए का चेक प्रदान किया। इससे पहले सभी ने दो मिनट का मौन रखकर सभी के प्रति संवेदना प्रकट की।
योगी सरकार ने दिए थे 2-2 लाख
मुआवजा वितरण कार्यक्रम में उपस्थित बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि दुर्घटना में मारे गए लोगों का गम इस पैसे से कम तो नहीं होगा, लेकिन झारखंड सरकार ने जो आर्थिक मदद की है, इसके लिए मंत्री जगरनाथ महतो व डीसी राजेश कुमार सिंह बधाई के पात्र है। उन्हेांने कहा कि योगी सरकार ने दुर्घटना के तुरंत बाद दो-दो लाख रुपये दे दिए थे।
डीसी ने दिया भरोसा
उपायुक्त राजेश कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री काफी गंभीर हैं। उनका निर्देश प्राप्त हुआ और राशि दी जा रही है। पैसे से किसी के दुख को कम तो नहीं किया जा सकता है। पर हम सभी का प्रयास है कि पीड़ित परिवार को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। मौके पर डीडीसी जयकिशोर प्रसाद, एसडीएम शशि प्रकाश सिंह, झामुमो नेता संतोष रजवार, मंटू यादव, जिप सदस्य विजय रजवार, राजेश महतो, मुखिया ठंडा देवी सहित अन्य उपस्थित थे।
कार्यक्रम में इन्हें मिले मुआवजा
कनिलाल महतो की पत्नी रूपनी देवी , किरिटी कालिंदी की पत्नी कल्पना देवी (पत्नी), गोवर्धन कालिंदी के पिता गोरांग कालिंदी , रंजन कालिंदी के पिता वनमाली कालिंदी , मनोरथ महतो की पत्नी रूपनी देवी , डॉक्टर महतो के पिता गोपाल महतो , निरोध कालिंदी की पत्नी झिंगली देवी एवं योगेश्वर कालिंदी की पत्नी अशोका देवी , सोमनाथ गोस्वामी की मां बेला देवी , उत्तम गोस्वामी की मां तरुण देवी , राजा जेलार गोस्वामी की मां मुन्नी देवी, चक्रधर महतो की पत्नी दीपाली कुमारी , राहुल सहिस की पत्नी आरती कुमारी को 4-4 लाख रुपये का चेक दिया गया है।इसके अलावे चार घायलों में धनंजय कालिंदी, उमेश कुमार कालिंदी, विकास कुमार कालिंदी एवं नरेश कुमार कुमार कालिंदी को पचास पचास हजार रुपये का चेक उपलब्ध कराया गया।
परिजनों को अन्य मद से भी दिया गया सामान
13 मृतक के परिजन एवं चार घायलों को सिलाई मशीन तथा 3 दिव्यांगों दिलीप कुमार महतो, कैयजान खातून एवं महाबीर सहिस को समाज कल्याण विभाग के तरफ से व्हील चेयर दिया गया। श्रम विभाग द्वारा साड़ी, धोती एवं कपड़ा का भी वितरण किया गया। बैंकों की ओर से सभी को सिलाई मशीन दिया गया। इनमें बैंक ऑफ इंडिया द्वारा 8, बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा 2, फेडरल बैंक द्वारा 1, झारखंड ग्रामीण बैंक द्वारा 2, पंजाब एंड सिंध बैंक द्वारा 1, पंजाब नेशनल बैंक द्वारा 2 तथा यूनियन बैंक द्वारा 1 मशीन उपलब्ध कराया गया।