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अब IIT(ISM) Dhanbad दवा के क्षेत्र में भी करेगा शोध, आरोग्य एएल ने किया करार

IIT (ISM) Dhanbad एमओयू पर आइआइटी आइएसएम के उपनिदेशक सह डीन आरएंडडी प्रो. शालीवाहन और आरोग्य एएल की ओर से कंपनी की सह संस्थापक व चीफ टेक्निकल आफिसर अवलोकिता तिवारी ने हस्ताक्षर किया। एमओयू पर हस्ताक्षर वर्चुअल मीटिंग में हुआ।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 06 Oct 2021 02:03 PM (IST)Updated: Wed, 06 Oct 2021 02:03 PM (IST)
अब IIT(ISM) Dhanbad दवा के क्षेत्र में भी करेगा शोध, आरोग्य एएल ने किया करार
दवा पर शोध के लिए आइआइटी (आइएसएम) और आरोग्य एएल के बीच करार ( सांकेतिक फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। आइआइटी (आइएसएम) धनबाद और बायोटेक्नोलाजी के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी आरोग्य एएल मिलकर नई दवाओं पर शोध करेंगे। इस नई शुरुआत के लिए IIT(ISM) के साथ एमओयू हुआ। नई दवाओं पर संयुक्त रूप से शोध के साथ, बायोइंफारमेटिक्स, आर्टिफिसिएल इंटेलिजेंस, स्वास्थ और चिकित्सकीय सेवा के क्षेत्र में मशीन लर्निंग पर मिलकर काम करेंगे। आइआइटी आइएसएम फार्मास्यूटिकल के क्षेत्र में शोध के लिए ऐसे करार कर रहा है। संस्थान की ओर से 2019 में फार्मास्यूटिकल में एमटेक कोर्स भी शुरू किया गया है।

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वर्चुअल बैठक में हुआ एमओयू

एमओयू पर आइआइटी आइएसएम के उपनिदेशक सह डीन आरएंडडी प्रो. शालीवाहन और आरोग्य एएल की ओर से कंपनी की सह संस्थापक व चीफ टेक्निकल आफिसर अवलोकिता तिवारी ने हस्ताक्षर किया। एमओयू पर हस्ताक्षर वर्चुअल मीटिंग में हुआ। मौके पर आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो.राजीव शेखर, रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पार्थसारथी दास और आरोग्य एएल की संस्थापक सह सीईओ प्राप्ति जायसवाल मौजूद थे।

बीआइटी में अब अंशकालीन व्याख्याताओं के सहारे पढ़ाई

बीआइटी सिंदरी के सत्र 2021-22 में स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रमों के लिए अंशकालीन व्याख्याताओं का चयन किया जाएगा। बीआइटी सिंदरी ने विभिन्न विभागों के लिए आवेदन आमंत्रित किया है। इसके साथ ही अंशकालीन व्याख्याताओं की बहाली के लिए साक्षात्कार की तिथि भी जारी कर दी है। व्याख्याताओं के चयन के लिए निर्धारित अर्हता पूरी करने के बाद ही बहाली की जाएगी।

प्रथम श्रेणी में पास होना अनिवार्य

अभियंत्रण संकाय के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा स्वीकृत एवं मान्यता प्राप्त संस्थान, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय से संबंधित शाखा में स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर न्यूनतम प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इसी तरह विज्ञान एवं मानविकी के लिए गणित विषयों के लिए स्नातकोत्तर स्तर पर न्यूनतम 55 फीसद अथवा समतुल्य के साथ एनईटी उत्तीर्ण जरूरी है। व्याख्याताओं के मानदेय को भी सार्वजनिक किया गया है। इसमें 500 रुपये प्रति व्याख्यान दिया जाएगा। एक अंशकालीन व्याख्याता अधिकतम 60 व्याख्यान प्रतिमाह दे सकेंगे। इस अनुसार प्रति घंटा 500 रुपये का मानदेय मिलेगा।

साक्षात्कार का कार्यक्रम

  • धातु अभियंत्रण विभाग : सामान्य-7, एसटी-5, ओबीसी एवं एससी-2 : साक्षात्कार नौ अक्टूबर सुबह 10:30 बजे।
  • गणित विभाग : सामान्य-4, एसटी-2, ओबीसी 1 : साक्षात्कार नौ अक्टूबर सुबह 10:30 बजे।
  • भूगर्भ शास्त्र विभाग : सामान्य-1, एसटी-1 : साक्षात्कार नौ अक्टूबर सुबह 10:30 बजे।

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