ITI Exam न होने से नाराज छात्रों ने किया पैदल मार्च, उपायुक्त कार्यालय को घेरा Dhanbad News
छात्रों का कहना था कि प्रशिक्षण का द्वितीय वर्ष के छात्रों का सत्र 2018-20 था और प्रथम वर्ष के छात्रों का सत्र 2019-21 था लेकिन कोविड-19 के कारण द्वितीय वर्ष के परीक्षार्थियों का सत्र 2018-21 हो गया और प्रथम वर्ष का 2019-22 हो गया है।
धनबाद, जेएनएन। आइटीआइ के छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इस सप्ताह यह दूसरी बार है, जब आइटीआइ छात्र सड़क पर उतरे। सत्र पिछड़ने और परीक्षा न होने से नाराज आइटीआइ के छात्रों ने सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया। आइटीआइ प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मिश्रित भवन चौक से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक मार्च किया। इसके बाद उपायुक्त करेले का घेराव करते हुए ज्ञापन सौंपा।
छात्रों का कहना था कि प्रशिक्षण का द्वितीय वर्ष के छात्रों का सत्र 2018-20 था और प्रथम वर्ष के छात्रों का सत्र 2019-21 था, लेकिन कोविड-19 के कारण द्वितीय वर्ष के परीक्षार्थियों का सत्र 2018-21 हो गया और प्रथम वर्ष का 2019-22 हो गया है। इसके कारण सत्र पीछे हो गया है। आइटीआइ को छोड़ अन्य संस्थानों में परीक्षा लेकर तो कहीं प्रमोट कर छात्रों का नामांकन लिया जा रहा है, लेकिन औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की परीक्षा अभी तक नहीं हो सकी है। सरकार ने फरवरी 2021 में परीक्षा होने की संभावना जताई थी। यह भी निश्चित नहीं है। ऐसे में हमारा भविष्य अंधकार की ओर जा रहा है। यदि जल्द ही इस पर निर्णय नहीं हुआ तो छात्र कठोर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
प्रदर्शन करने वालों में पिंकी वर्णवाल, अंजली कुमारी, सुजीत, अभिजीत मोदक, सुमित कुमार रवानी, रामाधार ठाकुर, शंकर महतो, सूरज कुमार, आशीष कुमार, राम कुमार सिन्हा शामिल थे।