चार राज्यों की पैदल यात्रा कर वापस धनबाद लौटा अमित... हुआ जोरदार स्वागत
पैदल न चलने से होने वाले नुकसान के प्रति देशवासियों को जागरूक करने के लिए झरिया बागडेगी के रहने वाले अमित पासवान ने चार राज्यों की यात्रा कर वापस अपने घर लौटे है। यह यात्रा उन्होंने पिछले 106 दिनों में किया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : पैदल न चलने से होने वाले नुकसान के प्रति देशवासियों को जागरूक करने के लिए झरिया बागडेगी के रहने वाले अमित पासवान ने चार राज्यों की यात्रा कर वापस अपने घर लौटे है। यह यात्रा उन्होंने पिछले 106 दिनों में किया है। बैंक मोड़ पहुंचने के बाद युवक का अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन के अध्यक्ष जयालक्ष्मी और वरिष्ठ उपाध्यक्ष मंटू कुमार सहित शहरवासियों ने स्वागत किया। वहीं घर पहुंचने पर उसके दोस्तों ने भी उसका शानदार स्वागत किया।युवक ने बताया कि जागरूकता के लिए भारत के सभी राज्य की यात्रा करने का उसने लक्ष्य रखा है। चार राज्यों में पैदल भ्रमण करने के बाद उसकी ऊर्जा और बढ़ गई है।
छह अक्टूबर को शुरू की थी यात्रा: अमित पासवान ने अपनी यात्रा छह अक्टूबर 2021 को शुरू की थी। पदयात्रा की शुरुआत उसने छत्तीसगढ़ से की है। छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल समेत झारखंड में पदयात्रा पूरी कर धनबाद में प्रवेश किया। अमित धनबाद के बाद रांची होते हुए बिहार को पटना जाएंगे उसके बाद वहां से उत्तर प्रदेश होते हुए अन्य राज्यों में पदयात्रा करेंगे। इस पदयात्रा में कई जगह लोगों ने मदद की तो कई जगह सड़क के किनारे या फिर जंगल में पेड़ों के नीचे उसने रात गुजारी। अमित ने बताया कि भूख लगती तो पानी पीकर भी गुजारा किया है। लेकिन फिर भी हिम्मत नहीं हारी क्योंकि देश को पैदल न चलने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करने का जुनून सवार था।
अमित पासवान ने संदेश दिया कि पैदल सबसे ज्यादा चले ताकि आपका शारीर पूरी तरह से स्वास्थ्य रहे। कई लोग जहां पर पैदल चलने की आवश्यकता होती है वहां पर वाहन की प्रयोग करते हैं इस तरह से शरीर में कई प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होती है जिसकी वजह से बूढ़े बुजुर्ग लोग तथा युवा पीढ़ी भी शिकार हो रहे हैं। अगर आप वाहन का उपयोग कम करेंगे तो देश में प्रदूषण मुक्त तथा स्वच्छ वातावरण और शरीर में कई तरह के लाभदायक रहेंगे। अगर आप वाहन का उपयोग जरुरत के अनुसार और कम करेंगे तो देश की स्वच्छता भी बरकरार रहेगी। कई लोग उनके बातों से प्रभावित भी हो रहे हैं।