सीबीएसई परीक्षा की कर रहे तैयारी तो गाइडलाइन भी पढ़ लें, नहीं तो होगी परेशानी
एडमिट कार्ड को ध्यान से देखें और सुनिश्चित करें कि यह विधिवत हस्ताक्षरित है। पहली बार एडमिट कार्ड पर अभिभावकों के हस्ताक्षर भी अनिवार्य किए गए हैं।
धनबाद, आशीष सिंह। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड छात्रों से लेकर उनके अभिभावकों तक हर तरीके से अपनी बात पहुंचाने का प्रयास में जुट गया है। पहली बार सीबीएसई ने एडमिट कार्ड से लेकर परीक्षा के पैटर्न तक में व्यापक स्तर पर बदलाव किया है। इतना ही नहीं, सीबीएसई अभिभावकों को यह भी संदेश दे रहा है कि अपने बच्चे पर भरोसा करें और उन्हें विश्वास दिलाएं कि उन्हें उनपर गर्व है। पहली दफा सीबीएसई ने प्रवेशपत्र पर अभिभावकों का हस्ताक्षर अनिवार्य कर दिया है। सीबीएसई ने दसवीं व 12वीं का प्रवेशपत्र सीधे स्कूलों को भेजा है। जब तक अभिभावक प्राचार्य के समक्ष प्रवेशपत्र पर हस्ताक्षर नहीं, छात्र को प्रवेशपत्र नहीं मिलेगा। इतना ही नहीं, प्रवेशपत्र के साथ स्कूल की ओर से जारी आइकार्ड भी छात्रों को अपने साथ रखना होगा। इसके बिना परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं होगी। 12वीं की परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होकर 3 अप्रैल तक चलेगी। 10वीं की परीक्षा 21 फरवरी से लेकर 29 मार्च तक होगी।
बच्चों को रट्टू तोता न बनने देंः इस साल परीक्षा देने जा रहे दसवीं व 12वीं के छात्रों के अभिभावकों से सीबीएसई ने कहा है कि अपने बच्चों को यह विश्वास दिलाएं कि वह उन पर गर्व करते हैं। बच्चे की क्षमता को पहचानने में उनकी मदद करें और उनके प्रयास पर विश्वास करें। उन्हें रट्टू तोता न बनने दें, बल्कि उन्हें विषय को व्यवहारिक तौर पर समझने के लिए प्रेरित करें। द्वारिका मेमोरियल फाउंडेशन एकेडमी के प्राचार्य मदन कुमार सिंह के अनुसार अभिभावक इस पत्र को सीबीएसई डॉट एनआइसी डॉट इन पर लॉगिन कर पढ़ सकते हैं।
सीबीएसई का महत्वपूर्ण निर्देश
- एडमिट कार्ड को ध्यान से देखें और सुनिश्चित करें कि यह विधिवत हस्ताक्षरित है। पहली बार एडमिट कार्ड पर अभिभावकों के हस्ताक्षर भी अनिवार्य किए गए हैं।
- बच्चों को परीक्षा केंद्र तक लाने के लिए यातायात की स्थिति सुनिश्चित कर लें, ताकि परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षा केंद्र पर बच्चे पहुंच सकें।
- छात्रों को किसी भी परिस्थिति में सुबह 10 बजे के बाद परीक्षा केंद्र के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी, इसलिए माता-पिता को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके बच्चे परीक्षा केंद्र पर सुबह 9:45 बजे तक पहुंच जाएं।
- छात्रों को अपने स्कूल आइडी कार्ड ले जाना आवश्यक है। इस वर्ष नियमित छात्रों के लिए स्कूल यूनिफॉर्म अनिवार्य है।
- परीक्षा केंद्र में अनुमति प्राप्त वस्तुओं की सूची और अनुमति प्राप्त न होने वाली सूची को अच्छी तरह से पढ़ लें। अभिभावकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके बच्चे इसका पालन करें।
- छात्र ब्लू, रॉयल ब्लू बॉल प्वाइंट, जेल-फाउंटेन पेन, पेंसिल, इरेजर, स्केल, शॉर्पनर, जियोमेट्री उपकरण, कलर्स, ब्रश, पारदर्शी पाउच में ले जा सकेंगे।
- बोर्ड ने अभिभावकों से अफवाहों पर ध्यान न देने के लिए भी कहा है। ऐसी किसी भी घटना के मामले में अभिभावक सीधे बोर्ड से पेरेंटटूसीबीएसई एट द रेट जीमेल डॉट कॉम पर संपर्क करें।
शारीरिक रूप से कमजोर छात्र भी एडमिट कार्ड मेंः पहली बार शारीरिक रूप से कमजोर परीक्षार्थियों को उनके एडमिट कार्ड में शामिल किया गया है। अभी तक हर छात्र के लिए एक जैसे एडमिट कार्ड होते थे, लेकिन इस बार छात्रों की श्रेणी को भी जोड़ा गया है। दिव्यांग छात्रों के लिए अलग से कॉलम बनाए गए हैं। इसके लिए बोर्ड ने कोड दिया है। अभी तक एडमिट कार्ड में सिर्फ छात्र का नाम, रोल नंबर, सेंटर कोड और परीक्षा की तिथि होती थी। एडमिट कार्ड में इस बार पांच तरह के कोड दिए गए हैं। नेत्रहीन छात्रों को राइटर या लेखक देना है, इसकी जानकारी एडमिट कार्ड में है। इसके लिए बोर्ड ने 'एसÓ नाम से कोड दिया है। इन्हें अपने साथ मेडिकल सर्टिफिकेट रखना होगा।
10वीं व 12वीं में होंगे अधिक इंटरनल विकल्पः सीबीएसई ने 10वीं व12वीं के परीक्षा पैटर्न में बदलाव किए हैं। दोनों के लिए प्रश्नपत्र का फॉर्मेट बदला गया है। सीबीएसई के सैंपल पेपर्स के अनुसार अब लगभग हर विषय में 33 प्रतिशत अधिक सवालों में इंटरनल विकल्प दिए जाएंगे। 12वीं के अंग्रेजी के पेपर में सेक्शन ए में तीन की जगह बस दो पैसेज दिए जाएंगे। एक पैसेज में 5 एमसीक्यू, 9 वेरी शॉर्ट और 3 शॉर्ट आंसर टाइप प्रश्न होंगे। दूसरे पैसेज में दो लांग आंसर टाइप प्रश्न भी होंगे। 30 अंक के सेक्शन ए में 24 की जगह केवल 19 प्रश्न होंगे। पूरे प्रश्नपत्र में अब 40 की जगह केवल 35 सवाल होंगे।