Move to Jagran APP

आजसू ने आइआइटी की दीवार निर्माण का काम रोका, कहा- 10 हजार छात्रों की जिंदगी से नहीं होने देंगे खिलवाड़

एक पखवारा पहले कॉलेज और आईआईटी के बीच खड़ी दीवार भारी बारिश की वजह से भरभरा कर गिर गई थी। काॅलेज की ओर से आइआइटी से आग्रह किया गया था कि दीवार का निर्माण सर्विस लेन को छोड़कर किया जाए। आइआइटी इसे मानने को तैयार नहीं हुआ।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Wed, 03 Aug 2022 05:50 PM (IST)Updated: Wed, 03 Aug 2022 05:50 PM (IST)
आजसू ने आइआइटी की दीवार निर्माण का काम रोका, कहा- 10 हजार छात्रों की जिंदगी से नहीं होने देंगे खिलवाड़
दीवार गिरने की घटना से किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: आइआइटी आइएसएम और पीके राय कॉलेज के बीच लंबे समय से परीक्षा भवन की जमीन को लेकर चल रहे विवाद के बाद अब मौजूदा कॉलेज की दीवार को लेकर जंग छिड़ गई है। तकरीबन एक पखवारा पहले कॉलेज और आईआईटी के बीच खड़ी दीवार भारी बारिश की वजह से भरभरा कर गिर गई थी। काॅलेज की ओर से आइआइटी से आग्रह किया गया था कि दीवार का निर्माण सर्विस लेन को छोड़कर किया जाए। आइआइटी इसे मानने को तैयार नहीं हुआ और दीवार निर्माण शुरू कराने पर अड़ गया।

loksabha election banner

कॉलेज छात्रों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया। बुधवार को पीके राय काॅलेज पहुंचे आजसू छात्र इकाई के प्रतिनिधियों ने आइआइटी की दीवार के निर्माण का कार्य रोक दिया। नेतृत्व कर रहे आजसू के विश्वविद्यालय अध्यक्ष विशाल महतो ने कहा कि आइआइटी की दीवार हर साल बारिश के मौसम में गिर जाती है। कॉलेज में 10 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। हर दिन दो से ढाई हजार छात्र-छात्राओं का कॉलेज आना-जाना होता है। ऐसे में दीवार गिरने की घटना से किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

उनका कहना था कि आइआइटी प्रबंधन सर्विस लेन छोड़कर दीवार का निर्माण कराए, वरना निर्माण काम नहीं होने देंगे। छात्र प्रतिनिधियों का यह भी कहना है कि काॅलेज को बड़े पैमाने पर जमीन मिली थी। काफी वर्षों तक बेकार पड़ी जमीन आइआइटी को चली गई। इस मामले को लेकर आइआइटी के निदेशक और उपायुक्त समेत अन्य विभागीय अधिकारियों से मिलकर भी छात्र अपना पक्ष रखेंगे। इधर, दीवार गिराए जाने की सूचना आइआइटी प्रबंधन को भी दी जा चुकी है। संस्‍थान की टीम अबतक मौके पर नहीं पहुंची है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह विवाद अभी और नया रूप लेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.