एक्टिव हुआ बोकारो हवाईअड्डा का Air Traffic Control, इसकी फ्रिक्वेंसी में आने वाले विमान हेलो-हाय कर आगे बढ़ेंगे
Bokaro Airport Air Traffic Control स्थापित किए गए एटीसी टावर के संचालन का प्रशिक्षण बोकारो इस्पात संयंत्र के तकनीशियन को दिया जाएगा। चूंकि पांच वर्षों बाद बोकारो हवाई अड्डे के संचालन की पूरी जवाबदेही बोकारो स्टील के पास होगी।
जागरण संवाददाता, बोकारो। अब बोकारो पर क्षेत्र से गुजरने वाले विमानों को बोकारो के एयर ट्रैफिक कंट्रोल का सिग्नल मिलेगा। मोबाइल एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को बोकारो हवाई अड्डे पर स्थापित कर दिया गया। बुधवार को इसकी फ्रिक्वेंसी पूरे देश के सभी हवाई अड्डों के एयर ट्रैफिक कंट्रोल से मिलाकर अंतिम रूप से चेक किया गया। ताकि क्षेत्र से गुजरने वाले हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर के पायलट एयर ट्रैफिक कंट्रोल के माध्यम से किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त कर सकें। एटीसी की स्थापना के साथ ही बोकारो हवाई अड्डे के व्यावसायिक संचालन संबंधित तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अब उड्डयन मंत्रालय के अधीन सुरक्षा निदेशालय हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था की जांच कर यहां से हवाई जहाज के व्यवसायिक संचालन का लाइसेंस जारी करेगा।
स्लोवाकिया रिपब्लिक की कंपनी ने की एटीसी सिस्टम की आपूर्ति
स्थापित किए गए एटीसी टावर के संचालन का प्रशिक्षण बोकारो इस्पात संयंत्र के तकनीशियन को दिया जाएगा। चूंकि पांच वर्षों बाद बोकारो हवाई अड्डे के संचालन की पूरी जवाबदेही बोकारो स्टील के पास होगी। फिलहाल पांच वर्षों तक एयरपोर्ट अथारिटी बोकारो स्टील के अधिकारियों और कर्मचारियों को व्यवसायिक उड़ान एवं व्यावसायिक हवाई अड्डे के संचालन के लिए प्रशिक्षित करने के साथ-साथ हवाई अड्डे का संचालन करेगा। मालूम हो कि मोबाइल एटीसी टावर की स्थापना स्लोवाकिया रिपब्लिक की कंपनी ने आपूर्ति की है। आपूर्ति करने वाली कंपनी के अभियंताओं की टीम इसे स्थापित कर रही है।
2019 में चालू होना था हवाई अड्डा
वर्ष 2018 में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास एवं नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा द्वारा बोकारो हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार कार्यक्रम का शिलान्यास किया गया था। सरकार ने रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत बोकारो को व्यावसायिक हवाई अड्डा के रूप में परिवर्तित करने की अनुमति दी थी। इसके बाद स्पाइसजेट ने बोकारो से पटना और बोकारो से कोलकाता के लिए हवाई सेवा प्रारंभ करने की निविदा प्राप्त की है। तब से हवाई अड्डे का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा है। अब तक 50 करोड़ से अधिक की राशि एयरपोर्ट अथारिटी ने खर्च कर दी है।